परन्तु मैं जो कुछ भी हूं, परमेश्वर के अनुग्रह से हूं। उसका अनुग्रह जो मुझ पर हुआ, वह व्यर्थ नहीं हुआ; परन्तु मैं ने उन सबसे बढ़कर परिश्रम भी किया: तौभी यह मेरी ओर से नहीं हुआ परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह से जो मुझ पर था। —1 कुरिन्थियों 15:10
परमेश्वर के अनुग्रह से अधिक सामर्थ्यवान कुछ भी नहीं है। बाइबल में सब कुछ—उद्धार, पवित्र आत्मा से भर जाना, परमेश्वर के साथ निकटता, और हमारे दैनिक जीवन में के सारे विजय—इस पर आधारित है। अनुग्रह के बिना हम कुछ भी नहीं हैं, हमारे पास कुछ नहीं है, हम कुछ नहीं कर सकते हैं।
परमेश्वर का अनुग्रह जटिल या भ्रमित करने वाला नहीं है। वास्तव में, यह इतना सरल है कि हम में से बहुत से लोग इसके वास्तविक अर्थ से चूक जाते हैं और अपने जीवन को अविश्वसनीय रूप से जटिल बना देते हैं। मुझे पता है मैंने ऐसा ही किया था।
परमेश्वर के वचन को पढ़कर, मैंने लगातार मेरे जीवन में बदलाव की आवश्यकता को देखा है। लेकिन मुझे नहीं पता था कि परमेश्वर का अनुग्रह उन बदलावों को लाएगा। मुझे नहीं पता था कि मैं पवित्र आत्मा को कैसे मेरे जीवन का नियंत्रण लेने दूं ताकि वह मेरे जीवन को भर दे और उन चीजों को पूरा कर सके। इसलिए मैंने अपने आप को और मेरे जीवन में बाकी सब चीजों को अपनी ताकत से बदलने की कोशिश की। परिणाम निराशा से परे चले गए और भावनात्मक रूप से विनाशकारी हो गए।
जब मुझे परमेश्वर के अनुग्रह का पता चला तब मुझे एहसास हुआ कि उसका सामर्थ्य मुझे आसानी से वह करने में सक्षम करेगा जो मैं अपने दम पर कभी नहीं कर सकती थी। इसने मेरा जीवन बदल दिया, और यह आपका जीवन भी बदल सकता है।
जीवन में जो कुछ भी आप करते हैं वह “विश्वास के द्वारा अनुग्रह से” हो, और आप शांति और आनंद के साथ जीवन जीएंगे!