और यहोवा उन्हें दिन को मार्ग दिखाने के लिये मेघ के खम्भे में, और रात को उजियाला देने के लिये आग के खम्भे में होकर उनके आगे आगे चला करता था, जिससे वे रात और दिन दोनों में चल सकें। (निर्गमन 13:21)
बाइबल परमेश्वर की आग और कैसे यह हमारे जीवनों में पवित्र शास्त्र के भिन्न-भिन्न भागों में इस्मेमाल की जाती के बारे में वर्णन करती है। अगर हम परमेश्वर से उत्तम चाहते है, तो हमें शुद्धिकरण की आग को सहन करने के इच्छुक होना चाहिए। हमारे अन्दर सोना है (अच्छी बातें), पर हमारे पास अशुद्धताएं भी है जिन्हें दूर किया जाना चाहिए।
हर कोई परमेश्वर के उत्तम का आनन्द लेना चाहता है, पर केवल कुछ ही उसके भाग के द्वारा शुद्ध होने के उत्सुक होते है। सदा याद रखें कि जब परमेश्वर की आग आपके जीवन में आती है तो वह लपटों का प्रधान होता है। वह कभी भी आग को पूरी तरह से बुझने नहीं देगा, पर ना ही वह इसे आपको नाश करने देगा। जितना हम सहन कर सकते उससे ज्यादा वह कभी भी हम पर आने नहीं देता है।
हमारे जीवनों में हमें कई बार ऐसे समयों का सामना करते है जो मुश्किल प्रतीत होते है पर कई बार यह आसान होते है। पौलुस ने इन समयों का हवाला दिया और कहा कि उसने दोनों में भी संतुष्ट रहना सीख लिया है। उसने भरोसा किया कि परमेश्वर की बुद्धि सिद्ध थी और यह कि सारी बातें उसकी भलाई के लिए ही कार्य करेंगी। हम भी वैसा ही करना चुन सकते है। परमेश्वर की आग के साथ लड़ना इसे हमारे जीवनों में जलता हुआ नहीं रखेगा – या केवल सहन करने को और ज्यादा मुश्किल बनाता है।
परमेश्वर की आग हमारे जीवनों में व्यर्थ की सभी बातों को जलाने के लिए और जो बच जाता उसे उसके लिए उज्जवल चमकते हुए छोड़ने के लिए आती है। कई बार हम इस आग को हमारे अन्दर जलता हुआ महसूस करते है जब हम वचन को पढ़ते और कोई भी क्षेत्र जिस में बदलाव की आवश्यकता उसके लिए कायल होते है। कई अन्य समयों में परमेश्वर की आग एक अप्रिय परिस्थिति में आती है जिस में परमेश्वर हमें स्थिर रहने और धर्मी व्यवहार का प्रदर्शन करने की माँग करता है। किसी भी समय जब हम परमेश्वर की महिमा के लिए किसी मुश्किल के साथ सहन करते है हम निश्चित हो सकते है कि हमारा ईनाम सही समय पर आएगा।
आज आप के लिए परमेश्वर का वचनः अगर आप ऐसी बातों में से होकर निकलते है, तब आपको उनसे दूर भागने या उनसे डरने की आवश्यकता नहीं है।