
उसी प्रकार तुम्हारा उजियाला मनुष्यों के सामने चमके कि वे तुम्हारे भले कामों को देखकर तुम्हारे पिता की, जो स्वर्ग में हैं, बड़ाई करे। – मत्ती 5:16
प्रसिद्ध दार्शिनक और वक्ता एंडमूडं बूर्के ने एक बार कहा था, “बुराई की जीत के लिए सब जो आवश्यक वो यह है कि भले मनुष्य कुछ ना करे।” यह सत्य है। कुछ भी ना करना आसान है, पर यह खतरनाक भी है। जहां कहीं भी बुराई का विरोध नहीं, बुराई गुणात्मक ढंग से वृद्धि करेगी।
हम सभी जो बातें गलत होती उनके बारे में शिकायत करने के फँदे में गिरते है। पर शिकायत करना हमें निराश करने के अलावा और कुछ नहीं करता है। यह कुछ नहीं बदलता क्योंकि इस में कुछ भी सकारात्मक शक्ति नहीं होती है।
अगर हम सभी केवल जब से यह संसार बना तब से जो कुछ भी गलत हुआ उन सब के बारे में केवल शिकायत ही करेंगे तो कल्पना करें कि यह संसार कितना अव्यवस्थित होगा। पर पिता शिकायत नहीं करता। वह निरंतर भला करता और न्याय के लिए कार्य करता है। बुराई शक्तिशाली है, पर भलाई उससे भी शक्तिशाली है।
हमें रूकना और यह पहचानना है कि परमेश्वर ने अपनी संतान के द्वारा इस पृथ्वी पर कार्य करना चुना है -आपको और मुझे। उसकी ज्योति हमारे अन्दर है और ऐसा नहीं हो सकता कि हम कुछ ना करें। हमें अपनी ज्योति को, चाहे जो कुछ भी हो, चमकने देना है, जब हम उसके नाम में भला करते हुए हमारे जीवनों को व्यतीत करते हैं।
आरंभक प्रार्थना
प्रभु, कुछ नहीं करना और खाली बैठे रहना आसान होता है, पर आपकी ज्योति को क्रियाशीलता से चमकने की अनुमति देना कहीं ज्यादा उत्तम है। बुराई के विरोध में खड़े रहने, और हर अवसर जो मुझे मिलता उसमें आपकी भलाई पर कार्य करने में मेरी सहायता करें।