परन्तु जब हम सब के उघाड़े चेहरे से प्रभु का प्रताप इस प्रकार प्रगट होता है, जिस प्रकार [परमेश्वर के वचन के] दर्पण में, तो प्रभु के द्वारा जो आत्मा है, हम उसी तेजस्वी रूप में अंश अंश करके बदलते जाते हैं। 2 कुरिन्थियों 3:18
परमेश्वर हमें महिमा के एक स्तर से दूसरे में बदल देता है, लेकिन उस महिमा का आनंद लेना न भूलें, जिसमें आप अभी हैं, जबकि आप अगले एक की ओर बढ़ रहे हैं। अन्य लोगों के साथ अपनी तुलना न करें, या जो कुछ परमेश्वर उनके लिए कर रहा है उसकी तुलना में वह आपके लिए क्या कर रहा है, इसकी जांच न करें। हम में से प्रत्येक व्यक्ति भिन्न है, और परमेश्वर हमारे साथ अलग-अलग तरह से व्यवहार रखता है, हमारी जरूरतों के अनुसार जिन्हें वह जानता है।
आप दैनिक आधार पर परिवर्तनों को नहीं देख सकते हैं, लेकिन मैं आपके विश्वास को जगाना चाहती हूं ताकि आप विश्वास रख सकें कि परमेश्वर कार्य कर रहा है, जैसा उसने कहा था कि वह करेगा। याद रखें, हम विश्वास करने के बाद चीजों को देखते हैं, पहले नहीं। हम उन सब चीजों के कारण अपने आप से संघर्ष करते हैं जो हम नहीं हैं, जब हम जो कुछ भी हैं उसके लिए हम परमेश्वर की स्तुति और आराधना कर सकते हैं। जब हम वह जो है उसके लिए उसकी आराधना करते हैं तब हम अपने जीवन में उन चीजों को मुक्त होते हुए देखते हैं जिन्हें हम स्वयं कभी नहीं कर सकते थे।
जब हम परमेश्वर की आराधना करते हैं, तब हम निराशा से मुक्त हो जाते हैं। हम परमेश्वर के विश्राम में प्रवेश करते हैं और पहले से कहीं अधिक जीवन का आनंद लेना शुरू करते हैं। हमारे अंदर जो दोष हैं वे दूर होने लगते हैं और हमारे जीवन में परमेश्वर का चरित्र दिखाई देने लगता है।
हम परमेश्वर को अपने जीवन में कार्य करने के लिए अनुमति देते हैं जब हम उस पर अपना विश्वास रखते हैं।