
और तेरे आगे-आगे चलने वाला यहोवा है; वह तेरे संग रहेगा, और न तो तुझे धोखा देगा और ना छोड़ देगा; इसलिए मत डर और तेरा मन कच्चा न हो। – व्यस्थाविवरण 31:8
दुख और अकेलापन वह बड़ी समस्याएं है जिनका लोग सामना कर रहे है। दोनों अक्सर इकट्टठे जाते है क्योंकि बहुत से लोग अकेले होने के बारे दुख महसूस करते है। हमारी सेवकाई में, हम अक्सर अकेलेपन के साथ संद्यर्ष कर रहे लोगों से प्रार्थना विनती को प्राप्त करते है।
परमेश्वर का वचन हमें साफ-साफ बताता है कि हम अकेले नहीं है। वह हमें छुटकारा देना, तसल्ली देना और चंगा करना चाहता है। पर जब आप आपके जीवन में कष्टदायक घाटे सहन करते है, आप इस साधारण सच्चाई से नजर हटा सकते है।
शैतान चाहता है कि आप विश्वास करे कि आप अकेले है। वह चाहता है कि आप विश्वास करें कि कोई नहीं समझता कि आप कैसा महसूस करते है, पर वह एक झूठा है। परमेश्वर के आपके साथ होने के अलावा, मसीह में आपके बहुत से भाई और बहन समझते है कि आप मानसिक और भावनात्मक तौर पर क्या अनुभव कर रहे है (देखें 2 कुरिन्थियों 1:3-4)।
आप अब अकेले नहीं है और कभी भी अकेले नहीं होंगे, चाहे कुछ भी आपके सामने क्यों ना हो।
जब आप दुखी है तो हो सकता आप ज्यादा ना समझें और घाटे का दर्द आपकी जान को चीर रहा है, पर इस सच्चाई को जानें और पकड़े रहेः परमेश्वर आपसे प्रेम करता है, और उसके पास आपके लिए एक अच्छा भविष्य है। आपके शोक को आनन्द में बदलने के लिए उस में आशा रखें और उस पर भरोसा करें (देखें यशायाह 61:1-3)।
आरंभक प्रार्थना
परमेश्वर, मैं सदा मेरे दुख ओर अकेलेपन में आपकी सच्चाई को नहीं देख सकती, पर मैं जानती हूँ कि आप मुझे कभी नहीं छोड़ते है। मुझे यह याद रखने में सहायता करें कि आप निकट है, और उन मसीहियों के साथ मुझे दोस्ती करने दें जो आपको ज्यादा खोजने के लिए मेरी सहायता करेंगे।