क्या मैं ने तुझे आज्ञा नहीं दी? हियाव बान्धकर दृढ़ हो जा; भय न खा, और तेरा मन कच्चा न हो; क्योंकि जहां जहां तू जाएगा वहां वहां तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे संग रहेगा। – यहोशु 1:9
मैं आपको एक दिन एक समय आपकी एक चुनौती का सामना करने के लिए उत्साहित करती हूँ। मार्ग में बहुत आगे तक देखना केवल हमें थकाने का रूझान ही रखता है। परमेश्वर पर भरोसा करना माँग करता कि हम विश्वास करें कि वह हमें हमारी “प्रतिदिन की रोटी” देता है; अर्थात, जो हमें चाहिए तब प्राप्त करते है और इसके पहले नहीं।
कई बार चुनौतियां असंभव और व्याकुल करने वाली प्रतीत हो सकती है। पर परमेश्वर सदा हमारे साथ होता है। हमें केवल साहसी होना और जो ताकत वो देता उसे प्राप्त करना है। याद रखें परमेश्वर जो आज आपको करने की आवश्यकता है वो करने के लिए अनुग्रह देगा, इसलिए आने वाले कल की चिंता करने की बजाए, अब के पल के लिए जीवन पर केन्द्रित होना महत्वपूर्ण है।
यह सिद्धान्त जीवन के बहुत से क्षेत्रों पर लागू होता है – कर्ज से बाहर आने पर, अपने घर की सफाई और प्रबन्ध करने पर, वैवाहिक समस्याओं को हल करने, बच्चों को अनुशासित करने, समय पर काम पर जाने या एक परियोजना को पूरा करने के लिए। कुछ भी जो आपको जीवन में करने की आवश्यकता है आप इसे कर सकते है।
फिलिप्पियों 4:13 कहती है कि आप किसी भी बात के लिए तैयार और किसी भी बात के बराबर है क्योंकि परमेश्वर आपको ताकत देता है। जब वह आपकी तरफ है तो कुछ भी आपके लिए बहुत ज्यादा नहीं है।
आरंभक प्रार्थना
परमेश्वर, जब चुनौतियों मेरे सामने असंभव प्रतीत होती है, मैं जानती हूँ कि मैं एक दिन एक समय एक चुनौती को हल कर सकती हूँ क्योंकि आप मेरे साथ है। मैं आज आपकी ताकत प्राप्त करती हूँ।