तब उसने उनसे कहा, “सब्त का दिन मनुष्य के लिए बनाया गया है, न कि मनुष्य सब्त के दिन के लिए। इसलिए मनुष्य का पुत्र सब्त के दिन का भी स्वामी है।” -मरकुस 2:27-28
क्या आप हर समय अत्यधिक थकावट महसूस करते हैं? यहाँ तक कि सोने के पश्चात् भी क्या आप डॉक्टर के पास जाते हैं; परन्तु वे आपमें कुछ तकलिफ नहीं ढूँढ़ पाते हैं? संभव है आप अत्यधिक तनाव के कुछ लक्षण का अनुभव कर रहे हों। लम्बे समय तक आपके अधिक व्यस्त रहना और तनाव निरन्तर सिर दर्द, अनिद्रा, गैस की समस्या और तनाव उत्पन्न कर सकता है।
परेशान होने के कुछ और लक्षण या संकेत रोना, जल्द क्रोधित होना, नकारात्मक होना, चिड़चिड़ाना, (निराश होना, दूसरों का मज़ाक उड़ाना), और दूसरों को प्राप्त आशीषों और उनके अच्छे स्वास्थ्य के प्रति भी कड़वाहट रखना है। परमेश्वर ने हमारे जीवन में थक कर चूर होने से रोकने के लिए सब्त के दिन आराम करने का नियम स्थापित किया। सब्त का नियम यह कहता है कि हम छः दिन काम कर सकते हैं; परन्तु सातवें दिन हम आराम करने की और परमेश्वर की आराधना करते हुए समय व्यतीत करने की ज़रूरत है। यहाँ तक कि परमेश्वर ने भी छः दिन काम करने के बाद आराम किया। निश्चय ही वह कभी थकता नहीं है; परन्तु उसने हमें आदर्श दिया ताकि हम इस रीति का पालन करें।
निर्गमन 23:10-12 में हम पाते हैं छः वर्ष के पश्चात् भूमि को भी आराम करना था और सातवें वर्ष इस्राएलियों को खेत में अन्न नहीं बोना था। इस आराम के समय में भविष्य के उत्पादन के लिए फिर से पनुः प्राप्ति के लिए तैयार किया जाता है। आजकल के लोग बहुत जल्द ही इस बात पर विवाद करते हैं कि वे एक दिन की भी छुट्टी नहीं ले सकते; परन्तु मैं कहती हूँ कि वे बिना छुट्टी लिए नहीं रह सकते। हम अक्सर सुनते हैं, “मैं यह करने के लिए बहुत व्यस्त हूँ। यदि मैं इसे करूँगा तो मैं और कुछ नहीं कर पाऊँगा।”
मेरा उत्तर है कि “जब आप बहुत व्यस्त हैं और आपको अपने जीवन में कुछ बदलने की ज़रूरत है।” परमेश्वर के संस्कारों का पालन करने के लिए जब हम बहुत व्यस्त होते हैं तो हम कीमत चुकाते हैं। स्मरण करें बाइबल कहती है, कि जो हम बोते हैं, वही हम काटते हैं। यदि हम बिना आराम किए लगातार तनाव बोते हैं तो हम अपने शरीर, मन, और भावनाओं पर इसके परिणाम को काटेंगे।