
यदि हम अपने पापों को (मुफ़्त में) मान लें, तो वह हमारे पापों को क्षमा करने और हमें सब अधर्म से शुद्ध करने में विश्वासयोग्य (अपनी प्रकृति और प्रतिज्ञाओं में) और धर्मी है। -1 यूहन्ना 1:9
बहुत वर्ष पूर्व जब मैं प्रभु के साथ अपना संबंध विकास कर रही थी प्रति रात मैं अपने पिछले पापों के लिए उससे क्षमा की याचना करती थी। एक शाम मैंने अपने बिस्तर के बगल में अपने घुटनों को मोड़ा, मैंने प्रभु को मुझ से ये कहते हुए सुना, “जॉयस, मैंने तुम्हें तभी क्षमा कर दिया, जब तुम ने मुझ से पहली बार माँगा। परन्तु तुम ने मेरे क्षमा के वरदान को प्राप्त नहीं किया है क्योंकि तुम ने अपने आपको क्षमा नहीं किया है।” क्या आपने परमेश्वर का क्षमा का वरदान पाया है? यदि आपने नहीं पाया है और आप ऐसा करने के लिए तैयार नहीं हैं तो इसी क्षण परमेश्वर को आपके सभी पापों को क्षमा करने के लिए विनती करें। तब इस प्रार्थना को ज़ोर से करें:
प्रभु, मैं मसीह यीशु में अपने (पाप का नाम लिखें) लिए क्षमा प्राप्त करती हूँ। मैं स्वयं को क्षमा करती हूँ और आपके क्षमा के वरदान को अपना कहके प्राप्त करती हूँ। मैं विश्वास करती हूँ कि आप मेरे पाप को मुझ से संपूर्ण रूप से अलग करते हैं और उसे इतनी दूर ले जाते हैं कि वह फिर कभी नहीं दिखाई देता है जितना अधिक पूरब से पश्चिम है। और मैं विश्वास करती हूँ कि प्रभु आप इसे फिर कभी स्मरण नहीं करते है।
आप पाएँगे कि इस प्रकार से ज़ोर से बोलना अक्सर आपके लिए सहायक है। क्योंकि इस प्रकार करने के द्वारा आप परमेश्वर के वचन पर अपनी निर्भरता की घोषणा करते हैं। शैतान आपके मन को नहीं पढ़ सकता परन्तु वह आपके वचनों को समझता है। सभी अधिकारों, सिद्धान्तों और अन्धकार की शक्तियों के सामने घोषणा करें (इफि़सियों 6:12 देखिए) कि मसीह ने आपको मुक्त कर दिया है और आपको स्वतन्त्रता की चाल को चलना है।
जब आप बोलते हैं तो ऐसा प्रगट करें कि आपका अर्थ यही है! यदि शैतान वह अपराध और दोष के रूप में आपके मन में फिर से लाना चाहता है अपनी घोषणा को इस प्रकार दोहराए, “मैं इस पाप के लिए क्षमा किया गया हूँ। उसे निकाल दिया गया है इसलिए मैं इस बात की परवाह नहीं करूँगा।”