
हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर और पिता का धन्यवाद हो, जो दया (तरस और करुणा) का पिता और सब प्रकार की शांति का परमेश्वर (जो श्रोत है) है। वह हमारे सब क्लेशों में शांति देता है; ताकि हम उस शांति के कारण जो परमेश्वर हमें देता है, उन्हें भी शांति दे सकें जो किसी प्रकार के क्लेश में हों। -2 कुरिन्थियों 1:3-4
अक्सर अच्छी चंगाई करनेवाला घायल चंगाई देनेवाला होता है। जिस बात के साथ वह व्यवहार कर रहा है उसे वह जानता है क्योंकि उसने स्वयं इसे सहा है। पौलुस उस बात में कुरिन्थ से लिखे इस पत्री में यही कह रहा था। यदि आप अपने जीवन में कुछ कठिन समय को सहा हैं तो आप ऐसे लोगों की सेवा करने में अधिक सफ़ल होने जा रहे हैं जो अपने जीवन में इस प्रकार के समाज, परिस्थिती में होकर गुज़र रहे हैं।
यद्यपि आपके जीवन में एक कठिन समय रहा है फिर भी परमेश्वर उस अवस्था को अपनी महिमा के लिए इस्तेमाल कर सकता है जिनमें से आप गुज़रे हैं – यदि आप उसे ऐसा करने दें! यदि मैं अब भी वहीं पर पायी जाती जहाँ से मैंने प्रारंभ किया है तो स्वयं के लिए खेदित महसूस करती जो स्वयं के लिए या किसी और के लिए अच्छी बात नहीं होती। क्योंकि परमेश्वर ने मुझे अनुग्रह दिया कि अपनी आत्मा तरस के स्वभाव को छोड़ दूँ और उसके लिए जीने की चुनौती को स्वीकार करूँ। अब मैं सारे देश में और उसके बाद बाहर भी सैकड़ों हजारों लोगों की सहायता करने में सक्षम हूँ।
संसार में मेरे लिए सब से बड़ी गवाही यह कहने की योग्य होना, “शैतान ने जिस बात के लिए मुझे नाश करने के लिए इस्तेमाल किया उसे परमेश्वर ने ले लिया और उसने उसे अपनी महिमामय के लिए मोड़ दिया और उसे परमेश्वर के राज्य के अन्य लोगों के लाभ के लिए इस्तेमाल किया।” परमेश्वर ऐसा करता है, आज आप चाहे कहीं भी हों या जिस परिस्थिती से भी आप गुज़र रहे हों परमेश्वर आपकी परिस्थिती को मोड़ सकता है और उसे अपने राज्य की बढ़ती के लिए आपको और बहुतों को आशीष दे सकता है।