जब परमेश्वर बात करता है

क्योंकि परमेश्वर का वचन जीवित, और प्रबल, और हर एक दोधारी तलवार से भी बहुत चोखा है, और जीव, और आत्मा को, और गांठ गांठ, और गूदे गूदे को अलग करके, आर पार छेदता है; और मन की भावनाओं और विचारों को जांचता है। (इब्रानियों 4:12)।

हम सही रूप में कह सकते है कि परमेश्वर का वचन हमारा ऑपरेशन करता है। यह हमारे जीवनों से उन बातों को काटता है जो हमारे जीवनों के लिए परमेश्वर की योजना को रोक रही होती है। यह उन बातों को ढूंढता और अलग करता है जो शरीरिक और प्राणिक है, और पवित्र आत्मा के द्वारा उन्हें हटाता है।

परमेश्वर के वचन के विद्यार्थी होने के प्रारम्भ के सालों में, मेरे पास मेरे अपने प्राण (मन, इच्छा, भावनाओं) से सुनने, और वास्तव में पवित्र आत्मा के द्वारा अगुवाई किए जाने के बीच फर्क को समझने का अनुभव नहीं था। अगर मुझे कुछ चाहिए था, मैंने इसे होने वाला बनाने का प्रयास किया और अगर ऐसा नहीं हुआ, तो परमेश्वर ने मुझ पर अपने वचन को चलाया और मेरे गलत व्यवहार को काट दिया।

किसी भी किस्म का ऑपरेशन सुहावना नहीं होता, पर अच्छी सेहत को बनाए रखने के लिए वह कभी-कभार यह आवश्यक होते है। क्या परमेश्वर आपके जीवन से कुछ काटने का प्रयास कर रहा है? क्या यह कष्टदायक है? ज्यादा ऑपरेशन नहीं होते, पर वह लम्बे समय तक जाने में हमारी सहायता करते है। अगर आप आपके जीवन के लिए परमेश्वर का उत्तम चाहते है, तब आपको उसे उन बातों से आपके दूर करने की अनुमति देनी है जो आपकी आत्मिक उन्नति में हस्तक्षेप कर रही है। यहां पर आत्मिक परिपक्वता के लिए कोई भी छोटा रास्ता नहीं है।


आज आप के लिए परमेश्वर का वचनः सफलता के लिए लम्बे मार्ग में ही हम मूल्यवान पाठों को सीखते है जो कि हमें बुद्धि सिखाते है।

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