इसलिये अब सेनाओं का यहोवा यों कहता है, अपनी अपनी चाल-चलन पर ध्यान करो। (हाग्गै 1:5)
परमेश्वर के पास आपके और मेरे लिए एक बड़ी, अद्भुत, तृप्त जीवन की योजना है, पर अगर हम हठी है (देखें निर्गमन 33:3) या दिल के कठोर है, तब जो उसके पास हमारे लिए है हम उसे खो देंगे। हठीलापन और परमेश्वर की आवाज को सुनने और आज्ञा पालन से इन्कार हमें हमारे मार्गों पर रखता और उन्नति करने में अयोग्य बनाता है। जब हम स्वयं को इस स्थिति में पाते है, हम अक्सर रूकने और स्वयं से पूछने में असफल हो जाते कि समस्या क्या है।
आज की आयत एक उस समय को याद कराती जब लोग असंतुष्ट थे और बहुत सी समस्याओं का सामना कर रहे थे, इसलिए परमेश्वर ने उन्हें अपनी चालचलन पर ध्यान देने के लिए कहा। बहुत बार जब लोग जीवन में तृप्त नहीं होते, वह स्वयं के अन्दर देखने की बजाय इसका कारण ढूंढने के लिए हर जगह देखते है। अगर हम हमारे जीवनों में तृप्त नहीं है, तो जैसा परमेश्वर ने पुराने नियम के लोगों को करने के लिए कहा था वह करें और “अपने चालचलन पर ध्यान दें।” परमेश्वर से कहें कि आपके साथ आपके “चालचलन” के बारे में बात करें, और जो वह कहता है उस पर ध्यान दें। मुझे यह बहुत बार करना पड़ा था, और मुझे मेरी सोच, मेरे उद्देश्य और मेरे व्यवहार में परिणामस्वरूप बदलाव करना पड़ा था।
जब मैंने कई बार मेरे चालचलन पर ध्यान दिया, मैंने पाया कि मैं हठी, दिल की कठोर, मनमौजी थी, और अन्य कई बातें थी जिन्होंने मुझे उन्नति करने से रोका था। पर, परमेश्वर का धन्यवाद, उसने मुझे बदल दिया है! मेरी प्रार्थना है कि वह मुझे बदलता रहे और कभी भी बंद ना करें।
मैं सब जो परमेश्वर चाहता वो पाना चाहती और कुछ भी जो वह नहीं चाहता उसको नहीं चाहती हूं। वह चाहता है कि आप एक प्रसन्न, धन्य, अद्भुत, संतुष्टी और तृप्त जीवन को पाएं। अगर आप उस किस्म के जीवन का आनन्द नहीं ले रहे है, तो अपने चालचलन पर ध्यान करने के लिए समय निकालें; परमेश्वर से पूछें कि आपको क्या बदलने की आवश्यकता है; और फिर जैसा वो करने के लिए कहता वैसा करें।
आज आप के लिए परमेश्वर का वचनः स्वयः के बारे में सच्चाई का सामना करने से न डरें, क्योंकि यह आपको मुक्त करता है।