हे परमेश्वर, तू मेरा परमेश्वर है, मैं तुझे यत्न से ढूँढ़ूँगा; सूखी और निर्जल ऊसर भूमि पर, मेरा मन तेरा प्यासा है, मेरा शरीर तेरा अति अभिलाषी है। भजन संहिता 63:1
जब आप परमेश्वर के साथ संगति में समय बिताते हैं और दैनिक आधार पर आराधना करते हैं तो परमेश्वर को यह अच्छा लगता है। यह परमेश्वर के साथ का ऐसा समय है जो जीवन के प्रति आपके दृष्टिकोण को बदल देगा, आपको ऐसी शक्ति देगा जिसकी आपको जरूरत है विजयी होने के लिए तथा परमेश्वर के करीब आने के लिए।
यह अक्सर परमेश्वर के साथ हमारे सबसे निजी समय में होता है कि वह हमारे हृदयों में सबसे गहरा काम करता है। यह वह घनिष्ठ समय होता है जिसे आप परमेश्वर के साथ बिताते हैं, सिर्फ उससे प्रेम करते हुए और उसे आपको प्रेम करने देते हुए, यह आपको बढ़ने और वास्तविक आध्यात्मिक परिवर्तन को देखने का कारण बनेगा।
जीवन व्यस्त है, और परमेश्वर के साथ समय न बिताने के हमेशा बहाने लगे रहेंगे। भागते रहने के लिए हमेशा काम होंगे, बात करने के लिए फोन कॉल होंगे, सफाई के लिए गड़बड़ीयां होंगी, और इसी तरह और भी चीजें होंगी। लेकिन अगर आप दिन भर के विकर्षणों की परवाह किए बिना परमेश्वर को पहले स्थान पर रखने का फैसला लेते हैं, तो आपको बहुत पुरस्कृत किया जाएगा।
जितना अधिक समय आप परमेश्वर के साथ बिताएंगे, उतना ही अधिक आत्मविश्वास, शांति, आनंद, शक्ति, कृपा और विजय का अनुभव आप करेंगे। वह इन सभी चीजों का स्रोत है। जब आप उसके साथ समय बिताने के लिए प्रतिबद्ध होंगे, तब ये सारी चीजें स्वाभाविक रूप से आपके जीवन में प्रवाहित होंगी।
आपके जीवन में यीशु मसीह के साथ आपके व्यक्तिगत रिश्ते से अधिक महत्वपूर्ण और कुछ नहीं है।