नदी को बहता रहने दें

नदी को बहता रहने दें

जो मुझ पर विश्वास करेगा, जैसा पवित्र शास्त्र में आया है उसके ह्रृदय में से जीवन के जल की नदियां बह निकलेंगी। – यूहन्ना 7:38

मसीह में विश्वासी होते हुए, पवित्र आत्मा, हमारे आत्माओं में बसता हुआ हमारे अन्दर रहता है। वह हमारे अन्दर जीवन की नदी है। नदी परमेश्वर के द्वारा हम में से प्रत्येक को दिया एक अद्भुत उपहार है। यह अच्छी सेहत, जीवन पर एक सकारात्मक नजरिए और एक दयालु और क्षमा करने वाले व्यवहार के साथ बहती है।

बहुत से लोगों ने अपनी नदियों को रोक दिया है। वे हमेशा हतोत्साहित होते हैं, और कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे क्या करते हैं, वे इससे बाहर नहीं आते प्रतीत होते है। सालों की लापरवाही ने एक समय शक्तिशाली रूप से बहने वाली नदी को एक छोटा सा नाला बना दिया है। क्या आप ऐसे लोगों को जानते है? क्या यह आपके जीवन जैसा प्रतीत होता है?

जब तक आप अपनी नदी को साफ नहीं करते और खोलते नहीं, सब कुछ मुश्किल, निराशाजनक और अतृप्त होगा। आप जल का स्वाद लेने में अयोग्य होंगे जिसके जैसा कोई और तृप्त नहीं करता।

आज अपने जीवन को लड़ते, संघर्ष करते और हर एक कदम को कीचड़ में घसीटते हुए अपना जीवन खर्च करना बंद करने का चुनाव करें। परमेश्वर से कहें कि मलबे को हटाने में आपकी सहायता करें। वह आपको दिखाएगा कि बहाव को क्या रोक रहा है और इसे कैसे हटाना है। फिर, जीवन की नदी के संतुष्ट करने वाले बहाव का आनन्द लें।


आरंभक प्रार्थना

परमेश्वर, मैं मुझ में आपके जीवन के जल की नदी को बहते हुए रखना चाहती हूँ। मुझे बताएं कि कौन सा मलबा मार्ग को रोक रहा है और फिर मुझे दिखाए कि इसे कैसे हटाना है।

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