क्योंकि मैं यहोवा बदलता नहीं…। – मलाकी 3:6
यह क्यों होता कि हम स्वयं को इस सोच में पाते है, कभी भी कुछ नहीं बदलेगा… मैं सदा ऐसा ही रहूँगी…मेरी स्थिति कभी नहीं बदलेगी…वह कभी नहीं बदलेगा…वह कभी नहीं बदलेगी…मैं कभी भी अच्छा नहीं हो पाऊँगा और ऐसी कई और बातें?
एक ही है जो कभी नहीं बदलेगा और वो परमेश्वर है। बाकी सब कुछ बदल जाएगा।
पर अगर आपके पास आपकी स्थिति में बदलाव को देखने की कोई आशा नहीं है, तो बदलाव संभावी तौर पर नहीं आने जा रहा है। आप देखों, हम बहुत सी मुश्किल बातों को भावनात्मक स्तर पर सहन करते है जिनको हमें सहन करने की जरूरत नहीं थी अगर हम परमेश्वर में हमारी आशा को रखते और उन सभी परिस्थितियों को देखना बंद कर देंगे जिन पर हम नियंत्रण नहीं कर सकते है।
सुसमाचार यह हैः आप जीवन का आनन्द ले सकते है अगर आप ऐसा निर्णय करें तो! पर आपको सचमुच विश्वास करना है कि निरंतर आनन्द का अनुभव करना यह आपके लिए परमेश्वर की इच्छा है। फिर आपको उस आनन्द में दाखिल होने का निर्णय करना है, जो कि आपके शरीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आत्मिक सेहत के लिए अनिवार्य है।
परमेश्वर कभी नहीं बदलता, पर अगर आप उसे अनुमति देंगे तो वो आपको बदल सकता है।
आरंभक प्रार्थना
परमेश्वर, कई बार मैं महसूस करती हूँ कि मेरी परिस्थितियों कभी नहीं बदलेगी, पर मैं जानती हूँ कि आप उन्हें बदल सकते और आप मुझे बदल सकते है। मैं आपके आनन्द को ग्रहण करना और मेरे जीवन में बदलाव के लिए आप पर भरोसा करती हूँ।