क्या ही धन्य है … पुरूष जो यहोवा का भय मानता है (आदर और आराधना करता)… वह बुरे समाचार से नहीं डरता उसका हृदय यहोवा पर भरोसा रखने से स्थिर रहता है (प्रभु पर टेक लेना और उसके बारे में आश्वस्त होना)। (भजन संहिता 112:1-7)
कभी-कभी परमेश्वर हमारे दिलों में शांति देकर हमसे बात करते हैं। आपको कभी-कभी ऐसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है जिसमें आपके आस-पास हर कोई आपको परमेश्वर पर भरोसा करने और शांति से रहने के लिए कह रहा है, लेकिन आप नहीं जानते कि कैसे भरोसा किया जाए। डर आप पर चिल्ला रहा हैं, यह आपको परेशान कर रहा है, और आपको धमकी दे रहा है। मित्र कह रहे हैं, “सब कुछ ठीक हो जाएगा,” लेकिन आपको यह विश्वास करना कठिन लगता है, जब तक कि परमेश्वर स्वयं आपके दिल की गहराई से बात नहीं करता और कहता है, “तुम मुझ पर भरोसा कर सकते हों; में इसका ध्यान रखूँगा। सब कुछ ठीक हो जाएगा।”
1989 में, मैं नियमित जांच के लिए डॉक्टर के पास गई। उन्होंने मेरे स्तन में एक छोटी सी गांठ पाई, जो तेजी से बढ़ने वाला एक प्रकार का कैंसर था, और मुझे तुरंत सर्जरी करवाने के लिए कहा ।
इस खबर के परिणामस्वरूप, मैं काफी भय से जूझ रही थी। मुझे सोने में परेशानी होती थी और कई बार मुझे इतना डर लगता था, कि मुझे लगता कि मैं नीचे गिरने जा रही हूँ। बहुत से परिवार के सदस्यों या दोस्तों ने मुझे बताया कि परमेश्वर इसकी देखभाल करेंगे, मैंने डर के खिलाफ बहुत लड़ाई की, एक सुबह, जब लगभग 3 बजे, जब मैं सोने की कोशिश कर रही थी, लेकिन नींद नहीं आई, परमेश्वर ने मेरे दिल की गहराई से बात की और कहा, “जॉयस, तुम मुझ पर भरोसा कर सकती हो।”
उसके बाद, मुझे फिर से किसी बीमारी के डर का अनुभव नहीं हुआ। जब मैं अपने लसीकापर्व के परीक्षणों पर परिणामों के लिए इंतजार कर रही थी, तो मैं आशंकित थी कि क्या मुझे और उपचार की आवश्यकता होगी, लेकिन मैं घबराई नहीं और मुझे पता था कि जो कुछ भी हुआ है मैं परमेश्वर के हाथों में थी, वह मेरा ख्याल रखेगा।
मुझे पता चला कि मुझे अधिक उपचार की आवश्यकता नहीं थी। हमें एहसास हुआ कि परमेश्वर ने जल्दी पता लगाने के माध्यम से मेरी जान बचाई थी। मैं भयभीत होने के बजाय शुक्रगुजार थी-और उस स्थिति में होता है जब हम परमेश्वर की आवाज सुनना सीखते हैं।
आपके लिए आज का परमेश्वर का वचन: परमेश्वर पर भरोसा करो। वह आपको निराश नहीं करेगा।