
परन्तु मैं तो धर्मी होकर तेरे मुख का दर्शन करूँगा, जब मैं जाग उठूँगा तब तेरे स्वरूप से प्रसन्न हूँगा। – भजन संहिता 17:15
हम सबके भीतर परमेश्वर के द्वारा आकार दिया गया एक छेद होता है और हम इसे भरने के लिए बाहर से कुछ खरीद नहीं सकते। उसको भरने के लिए उसको केवल एक ही चीज़ से भरा जा सकता है और वह केवल परमेश्वर है। एक प्रार्थना काफ़ी नहीं होगी हमें दैनिक कार्य करने की ज़रूरत है। बाइबल कहती है “दाखरस से मतवाले न बनो, क्योंकि इससे लुचपन होता है, पर आत्मा से परिपूर्ण होते जाओ।” (इफिसियों 5:18)
मैंने अपने दिन में परमेश्वर को अनुरूप करने के लिए बहुत वर्षों तक प्रयास किया था। अन्ततः परमेश्वर ने मुझ से कहा कि अपने समय सारणी में उसे बिठाने का प्रयास करना बंद करूँ और उसके अनुसार अपने समय सारणी को बनाऊँ।
संतोष परमेश्वर की उपस्थिती में प्राप्त होता हैः भजन संहिता घोषणा करता है कि परमेश्वर की उपस्थिती में आनंद की परिपूर्णता है। “तू मुझे जीवन का रास्ता दिखाएगा; तेरे निकट आनंद की भरपूरी है, तेरे दाहिने हाथ में सुख सर्वदा बना रहता है।” (भजन संहिता 16:11)
हम पूर्ण रूप से संतुष्ट होंगे जब हम स्वयं उसके रूप को देखने के लिए जाग उठेंगे और उसके साथ मधुर संगति पाएँगे। वह हमारे जीवन में परमेश्वर इस बिंदु तक प्रथम होता है जहाँ वह हमारे मनों पर प्रथम है। जब हम सुबह जाग उठते हैं हम एक संतुष्टि की गहराई पाएँगे जो शैतान हम से दूर नहीं कर सकता है।