मैं तेरा धन्यवाद करूँगा, इसलिए कि मैं भयानक और अद्भुत रीति से रचा गया हूँ। तेरे काम तो आश्चर्य के हैं, और मैं इसे भली भाँति जानता हूँ। -भजनसंहिता 139:14
बाइबल कहती है कि हम भयानक और अद्भुत रीति से रचे गए है। परमेश्वर हम में से प्रत्येक के साथ समय खर्च करता और अपनी क्रियाशीलता का अभ्यास करता है, तो ऐसा नहीं हो सकता कि वह हम सब को एक जैसा ही उत्पन्न करेगा, है या नहीं?
खेदजनक, हम कभी-कभी दूसरों को ऐसे प्रेम करने का प्रयास करते जैसे सब एक जैसे ही है।
आप देखेंगे कि सब लोगों को आपसे एक ही बात की जरूरत नहीं होती। उदाहरण के लिए, आपके बच्चों में से एक को, दूसरों से ज्यादा व्यक्तिगत समय की आवश्यकता हो सकती है। एक मित्र को नियमित आधार पर दूसरों से ज्यादा उत्साह की आवश्यकता हो सकती है। कुछ लोगों को प्रेम के अन्य रूप की जरूरत होती है।
व्यक्तिगत पसंद और विचारों का सम्मान करना भी महत्वपूर्ण होता है। स्वार्थी लोग प्रत्येक को जैसे वो है वैसा होने की उम्मीद रखते है, पर प्रेम लोगों में भिन्नता का आदर करता है। अगर परमेश्वर चाहता है कि हम सब एक जैसे हो, तो वह हम में से प्रत्येक को अलग-अलग ऊँगलियों के निशान ना देता। मैं विश्वास करती हूँ कि यह इस बात को प्रमाणित करता कि हम एक समान, पर भिन्न बनाए गए है।
हम सबके पास भिन्न-भिन्न योग्यताएं और वरदान, भिन्न-भिन्न पसंद और नापसंद, जीवन में भिन्न लक्ष्य और भिन्न प्रेरणाएं दी गई है। एक प्रेमी व्यक्ति अन्यों में भिन्नता का सम्मान और इसे उत्साहित करता है।
आरंभक प्रार्थना
परमेश्वर, अन्यों में भिन्नता की प्रशंसा करने और फिर उसके अनुसार उन्हें प्रेम करने में मेरी सहायता कर। हम सब भयानक और अद्भुत रीति से रचे गए है। प्रत्येक व्यक्ति जो आपने मेरे जीवन में रखा है उसकी अद्भुत रचना के लिए आपका धन्यवाद।