
मैं तुम से सच कहता हूँ कि जो कोई इस पहाड़ से कहे, ‘तू उखड़ जा, और समुद्र में जा पड़,’ और अपने मन में सन्देह न करे, वरन् प्रतीति करे कि जो कहता हूँ वह हो जाएगा, तो उसके लिये वही होगा। मरकुस 11:23
लोग सोचते हैं कि जीवन जटिल है, लेकिन कई बार हम वही लोग होते हैं जो चीजों को जरूरत से ज्यादा जटिल बना देते हैं। परमेश्वर के लिए जीना वास्तव में इतना जटिल नहीं है।
एक बच्चे का जीवन के प्रति रहनेवाले सरल, स्पष्ट दृष्टिकोण के बारे में सोचें। बच्चे मौज-मस्ती करते हैं और खुद को आनंदित रखते हैं, चाहे परिस्थियां कुछ भी हो। वे हर्षित, लापरवाह और पूरी तरह से बिना किसी चिंता के होते हैं। और बच्चे उन्हें बताई गयी चीजों पर विश्वास रखते हैं। पूरी तरह से भरोसा रखना और दैनिक आधार पर अपने जीवन का आनंद लेना उनका स्वभाव होता है।
हम परमेश्वर के जितने करीब आते हैं, हम उतने ही अधिक बच्चे जैसे बन सकते हैं। बेशक, परमेश्वर चाहता है कि हम अपने व्यवहार में परिपक्व हों, लेकिन वह यह भी चाहता है कि हम उसके प्रति भरोसे और निर्भरता का रवैया रखें जो कि स्वभाव से सरल और बच्चों जैसा है। जब परमेश्वर आपके दिल से बात करता है या जब आप बाइबल में से कुछ पढ़ते हैं, तब आप बस इतना कह सकते हैं कि, “मुझे परमेश्वर पर भरोसा है और मुझे विश्वास है कि यह सच है!” यह बस इतना आसान होता है।
यदि परमेश्वर कहता है कि वह मुझे समृद्ध करेगा, तो मैं परमेश्वर पर भरोसा करती हूं और विश्वास रखती हूं कि यह सच है! यदि परमेश्वर कहता है कि वह मुझे चंगा करेगा, तो मैं परमेश्वर पर भरोसा करती हूं और विश्वास रखती हूं कि यह सच है! यदि परमेश्वर कहता है कि वह मुझे चोट पहुंचाने वालों को क्षमा करने में मदद करेगा, तो मैं परमेश्वर पर भरोसा करती हूं और विश्वास रखती हूं कि यह सच है। यदि परमेश्वर कहता है कि वह मेरे साथ है और मैं कभी भी अकेली नहीं हूं, तो मैं परमेश्वर पर भरोसा करती हूं और विश्वास रखती हूं कि यह सच है!
सबसे आसान काम जो आप कर सकते हैं वह है आपके जीवन के हर क्षेत्र में परमेश्वर पर भरोसा करने और उसके वचन का पालन करने का निर्णय लेना है।