देखो, पहली बातें तो हो चुकी हैं अब मैं नई बातें बताता हूँ; उनके होने से पहले मैं तुमको सुनाता हूँ। -यशायाह 42:9
यहाँ इस दृढ़ करनेवाले पद में जिस में परमेश्वर अपने लोग इस्राएलियों से कहता है। हम देखते हैं कि प्रभु नई बातों की घोषणा उनके होने से पहले करता है। यदि तुम मेरी तरफ़ हो तो मुझे निश्चय है कि आप तैयार और अपने जीवन में कुछ नई बातों का इंतज़ार कर रहे हैं। आप कुछ परिवर्तन चाहते हैं और इस पुस्तक को पढ़ना आपके लिए परमेश्वर की इच्छा और समय है। यद्यपि मैं जानती हूँ कि ये सिद्धान्त मुझे भी यदा कदा स्मरण दिलाए जाने की ज़रूरत है। कभी कभी हम सबको उन चीज़ों को “पुनः बताने” की ज़रूरत होती है जिन्हें हम पहले जानते हैं। यह हमें पुनः उस सामर्थी सिद्धान्तों को प्रारंभ करने के लिए उत्साहित करता है जिन्हें हम ने पीछे छोड़ दिया था।
यदि आप पुरानी बातों से थक गए हैं तो पुरानी बातों को बोलना बंद कर दीजिए। क्या आप कुछ नई बातें चाहते हैं तो कुछ नई बातें बोलना प्रारंभ कीजिए। कुछ समय परमेश्वर के साथ व्यतीत कीजिए। उसके वचन का अध्ययन करने के लिए कुछ विशेष समय अलग कीजिए। आपके जीवन के लिए उसकी इच्छा क्या है उसे ढूँढ़िए और अधिक शैतान को आपके साथ खिलवाड़ करने मत दीजिए। शैतान के संदेशों का वाहक मत बनिए। ढूँढ़िए कि परमेश्वर का वचन आपके लिए क्या प्रतिज्ञा करता है और प्रारंभ से अंत की घोषणा करना आरंभ कीजिए। “कभी कुछ नहीं बदलेगा” कहने के बजाए “मेरे जीवन और परिस्थितियों में प्रतिदिन परिवर्तन आ रहा है कहना प्रारंभ कीजिए।”
मैंने एक चिकित्सक की कहानी सुनी जो एक विश्वासी नहीं था, परन्तु सिद्धान्त के सामर्थ्य को खोज निकाला था जो मैं आपके साथ बाँट रही हूँ। अपने मरीजों के लिए उसकी पर्ची थी, घर जाओ और दिन में कई बार इसे दोहराओ, “मैं प्रतिदिन अच्छा हो रहा हूँ।” उन्हें ऐसे अद्भुत परिणाम प्राप्त हुए कि लोग संसार भर से उनकी सेवा पाने के लिए आने लगे। अद्भुत! परमेश्वर ने इसके पहले कहा, और एक मनुष्य उसका श्रेय पा रहा है। परमेश्वर के तरीके से इसे कीजिए! यीशु ने कहा, “मार्ग मैं ही हूँ, मेरा अनुकरण करो।” (यूहन्ना 12:26; 14:6 देखिए) हम कभी भी यीशु को नकारात्मक होते हुए या नकारात्मक रीति से बात करते हुए नहीं देखते हैं। मुझे और आपको उसके आदर्शों पर चलना है। अपनी परिस्थिती के विषय में बताइए कि जो आप विश्वास करते हैं कि यीशु कहेगा, और आप अपने जीवन में परमेश्वर के सामर्थ्य और उसके आश्चर्यकर्म कार्यों के लिए द्वार खोलेंगे।