वर्तमान (अब) में का व्यक्ति बनें

वर्तमान (अब) में का व्यक्ति बनें

… परन्तु केवल यह एक काम करता हूँ [यह मेरी एक आकांक्षा है] कि जो बातें पीछे रह गई हैं उनको भूल कर, आगे की बातों की ओर बढ़ता हुआ, निशाने की ओर दौड़ा चला जाता हूँ, ताकि वह इनाम पाऊँ [सर्वोच्च और स्वर्गीय] जिसके लिये परमेश्‍वर ने मुझे मसीह यीशु में ऊपर बुलाया है। फिलिप्पियों 3:13-14

अतीत पर का अफसोस आनंद और शांति का प्राथमिक चोर है। चाहे बीस साल पहले या बीस मिनट पहले कोई गलती हुई हो, आप इसके बारे में पश्चाताप करने, क्षमा प्राप्त करने, अतीत को भूलने तथा आगे बढ़ने के अलावा और कुछ नहीं कर सकते हैं। यदि आप अपनी गलतियों के परिणामों को बदलने के लिए कुछ कर सकते हैं, तो हर तरह से इसे करें। लेकिन लब्बोलुआब यह है कि भविष्य को जीने के लिए आपको अभी ही अतीत को भूल जाना होगा।

पौलुस की तरह, हम सभी पूर्णता के निशान की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन हम में से कोई भी यहां तक नहीं पहुंचा है। भले ही उसने कठिनाई को सहन किया, मेरा मानना है कि पौलुस ने उसकी जीवन यात्रा और सेवकाई का आनंद लिया, और उसकी यह “एक आकांक्षा” इसका कारण थी। उसने अपनी गलतियों को भूलना सीख लिया था और अतीत के अफसोस में जीने से इनकार कर दिया था।

हमेशा याद रखें कि अफसोस वर्तमान (अब) को चुरा कर लेता है! परमेश्वर ने हमें वर्तमान (अब) में उसके करीब होने के लिए बुलाया है। जब हम अतीत से चिपके रहते हैं, तब हम अपने विश्वास को दूर कर विश्वास करना बंद कर देते हैं, फिर हम अपनी शांति और आनंद खो देते हैं।

आज को आपके लिए निर्णय का दिन होने दें – एक ऐसा दिन जब आप अफसोस में न जीने का निर्णय लेते हैं। वर्तमान (अब) में का व्यक्ति बनें। वर्तमान में जिएं। परमेश्वर के पास वर्तमान (अब) के प्रति आपके लिए एक योजना है। आज परमेश्वर पर भरोसा रखें।


परमेश्वर आज के लिए अनुग्रह और आनंद और शांति देता है, लेकिन वह अतीत या कल के लिए आज अनुग्रह नहीं देता है। हर एक दिन प्रति क्षण जीवन जिएं।

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