विश्वास और कृपा

मनुष्य का मार्ग यहोवा की ओर से ठहराया जाता है; आदमी कैसे अपना चलना समझ सकें? (नीतिवचन 20:24)

जब डेव और मैंने एक टैलीविजन सेवकाई को आरम्भ करने की हमारी बुलाहट को महसूस किया, तब हम विश्वास की दिशा में कदम बढ़ाना आरम्भ हो गए। हम इसे धन के बिना नहीं कर सकते थे, इसलिए पहली बात जो हमने की वह सेवकाई सहयोगियों को एक टैलीविजन सेवकाई को आरम्भ करने में आर्थिक सहायता को देने के लिए कहा। हमने महसूस किया कि परमेश्वर ने एक निश्चित रकम के लिए हमारे दिल में बात की, जिसे हमें आरम्भ करने की आवश्यकता है, और ठीक वही रकम हमने प्राप्त भी की थी।

तब हम ने एक और कदम उठाया। हमें एक निर्माता की आवश्यकता थी और परमेश्वर ने प्रबन्ध किया। हमारे साथ टैलीविजन पर आने के बारे में, हम से बात करने से तीन महीने पहले एक व्यक्ति ने टैलीविजन निर्माता की नौकरी के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। क्योंकि हम टैलीविजन पर नहीं थे इसलिए हम ने उसे बताया कि हमें उसकी सेवाओं की आवश्यकता नहीं थी। जब समय आया, हमें वो मनुष्य याद आया और यह पहचाना कि परमेश्वर ने हमारी आवश्यकताओं को जब हमें इसका पता भी नहीं था तो पहले से ही पूरा कर दिया था।

अगला कदम हमारा सप्ताह में एक बार कुछ स्टेशनों का समय खरीदना था। जब कार्यक्रम ने स्वयं का भुगतान किया और हम ने उनसे अच्छा फल देखा तो, हमने ज्यादा समय को खरीदा। आख़िरकार हम प्रतिदिन टैलीविजन पर आने लगे और हमारा हर दिन कार्यक्रम आता है जो पूरे संसार भर में है और, प्रार्थनापूर्वक, लाखों लोगों की सहायता कर रहा है।

परमेश्वर ने मेरी और डेव की एक समय एक कदम पर अगुवाई की और वैसे ही वो आपकी अगुवाई भी करेगा। हर बार जब हम ने विश्वास का एक कदम बढ़ाया, परमेश्वर ने हमें कृपा दी, और मैं आपको भी कृपा की उम्मीद रखने के लिए उत्साहित करती हूं। परमेश्वर पहले से ही आपकी आवश्यकताओं को जानता है और उसके पास आपके उत्तर है, इसलिए जब भय आपका द्वार खटखटाता है, विश्वास के साथ उत्तर दें और आप महान बातें करेंगे।


आज आप के लिए परमेश्वर का वचनः निश्चित हो कि परमेश्वर आपकी अगुवाई कर रहा और आपको कृपा दे रहा है।

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