संपूर्ण हृदय से चलना

संपूर्ण हृदय से चलना

उसने (अब्राम) यहोवा पर विश्वास किया; और यहोवा ने  इस बात को उसके लेखे में धर्म गिना। -उत्पत्ति 15:6

हमें संपूर्ण हृदय से परमेश्वर को खोजना है। बहुत से मसीही परमेश्वर को खोजने में आधे हृदय की रूचि रखते हैं। वे चाहते हैं कि परमेश्वर उनकी देखरेख करें, परन्तु वे वास्तव में समय का बलिदान और वह आराधना नहीं चाहते हैं जो उसके ज्ञान और उसके वचन में बढ़ाता है-और वे प्रार्थना के लिए समय देना नहीं चाहते है।

परमेश्वर ने अब्राम से कहा, “मैं तुम्हारे साथ एक वाचा बाँधे रहूँगा। मैं तुम्हारा नाम प्रसिद्ध करूँगा, मैं तुम्हें धनी बनाऊँगा, मैं तुम्हारे लिए ऐसे कार्य करूँगा जो और कोई नहीं कर सकता है। मैं तुम्हारे बुढ़ापे में तुम्हें एक पुत्र दूँगा, परन्तु यहाँ तुम्हारा भाग है। तुम्हें मेरे सामने संपूर्ण हृदय से चलना होगा।” (उत्पत्ति 12-15 देखिए)। अब्राम परमेश्वर के सामने मुँह के बल गिर पड़ा। वह जानता था कि वह एक अद्भुत परमेश्वर की उपस्थिती में खड़ा है जो अपना कार्य करता है। अब्राम ने समझा कि परमेश्वर के पास उसके जीवन के लिए एक योजना है। परमेश्वर चाहता था कि अब्राम और उसके वंश समृद्ध हो। परमेश्वर चाहता था कि अब्राम के साथ भली बातें हो।

यह प्रतिज्ञा उन सभी के लिए है जो यीशु को अपने प्रभु के रूप में स्वीकार करते हैं। परमेश्वर हमें बहुत आनंदित करना चाहता है कि लोग हमें देखकर कहें, “वह मनुष्य उस शक्तिशाली परमेश्वर की सेवा करता है, जो उसकी देखरेख करता है। केवल परमेश्वर ही उस व्यक्ति के जीवन में ऐसी बातें होने दे सकता है और कोई नहीं।” हमारे संपूर्ण हृदय की आराधना के बदले में परमेश्वर की महिमा एक अद्भुत लेनदेन है।

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