वही सब वस्तुओं में प्रथम है, और सब वस्तुएं उसी में स्थिर रहती है (जुटती, और कायम रहती)। – कुलुस्सियों 1:17
कुलुस्सियों 1:17 काफी अद्भुत वचन है। यह हमें बताता है कि यीशु सभी वस्तुओं को स्थिर रखता है। वाह! यहां तक कि लोग जो इसे नहीं पहचानते वह भी उसके द्वारा एक साथ कायम रखे जाते है।
इसके बारे सोचो। हमारे पास अच्छे वैवाहिक जीवन नहीं हो सकते। अगर यीशु हमारे व्यक्तिगत संबंधों को विकसित नहीं कर रहा है, तो हमारे पास अच्छे संबंध नहीं होंगे। हमारी अर्थव्यवस्था यीशु के बिना बेतरतीब होगी। हमारे मन और भावनाएं उसके बिना बर्बाद होगी। यीशु के बिना सबकुछ बेतरतीब होगा।
अगर यीशु हमारे जीवनों में सबसे महत्वपूर्ण बात नहीं है, तब हमें हमारी प्राथमिक्ता को पुनः व्यवस्थित करने की जरूरत है। मत्ती 6:33 हमें बताती है कि पहले परमेश्वर और उसके राज्य को खोजे क्योंकि अगर हम पहली बातों को पहले नहीं रखते तो सब क्रम से बाहर हो जाएगा और हमें समस्याएं देगा। परमेश्वर का उसके राज्य को खोजने, होने और करने का ढंग यह पता करना है कि कैसे वह चाहता है कि बातें हो-कैसे लोगों से बर्ताव करना, कैसे परिस्थितियों में कार्य करना, कैसे पैसा खर्च करना, कैसे व्यवहार होना चाहिए, और किस प्रकार का मनोरंजन हमारे लिए उत्तम होना है।
अपने जीवन में उसे पहला स्थान देने के द्वारा आरम्भ करे। वह आपको एक साथ कायम रखता…उसने आपको उसका अनुसरण करने के लिए उत्पन्न किया। उसे अपने जीवन में पहले स्थान पर रखें।
आरंभक प्रार्थना
परमेश्वर, मैं आपके बिना कुछ नहीं हूँ। आप मुझे कायम रखते…वास्तव में, आप सबकुछ को कायम रखते है। आप मेरे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण बात है और मैं आपको पहले स्थान पर रखती हूँ।