जो कार्य तू ने मुझे करने को दिया था, उसे पूरा करके मैं ने पृथ्वी पर तेरी महिमा की है। -यूहन्ना 17:4
कई साल पहले मैंने एक आयत को पढ़ा जिसने परमेश्वर के सामने मुझे रोने का कारण दिया। यूहन्ना 17:4 में, यीशु कहता है, जो कार्य तू ने मुझे करने को दिया था, उसे पूरा करके मैं ने पृथ्वी पर तेरी महिमा की है। यह ऐसा कहता है कि परमेश्वर के पीछे चलने का अर्थ है की जो उसने हमें करने के लिए बुलाया है उसे पूरा करना।
जब से मैंने इस आयत को पढ़ा, यह मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण बन गया है कि मैं केवल वो ना करूँ जो परमेश्वर ने मुझे करने के लिए बुलाया है, पर मैं उसको पूरा भी करूँ जो उसने मुझे करने के लिए बुलाया है।
बहुत से लोग ऐसे है जो बाहर कदम बढ़ाते और परमेश्वर के साथ एक यात्रा को आरम्भ करते है, पर बहुत कम है जो इसे पूरा करते है।
प्रेरित पौलुस ने कहा, …यह कि मैं अपनी दौड़ को आनन्द के साथ पूरा करूँ…(प्रेरितों के काम 20:24)।
मैंने मेरे लिए परमेश्वर की बुलाहट को पूरा करने का और उसके हर पल का आनन्द लेने का यही मैं आपके लिए चाहती हूँ कि आप आपके जीवन के प्रत्येक दिन का आनन्द लें और जो परमेश्वर ने आपको जो करने के लिए बुलाया वह समाप्त करें। दृढ़ निश्चय किया हुआ है!
पर यह सब हमारे ऊपर है। यह सब परमेश्वर पर नहीं है। उसने अपना भाग किया और मसीह में सब जो हमें चाहिए वह दिया हुआ है। सीखना, वृद्धि करना और परमेश्वर के आत्मा को हमारे अन्दर कार्य करने देना यह हम पर है। जो बातें करने के लिए परमेश्वर ने आपको बनाया उन पर विचार करने के लिए समय निकालें और स्वयं से पूछे, जो परमेश्वर ने मुझे दिया उसे मजबूती के साथ समाप्त करने के लिए मैं आज क्या कर रहा हूँ?
परमेश्वर के पास आपके लिए बड़ी योजनाएं है। विश्वास के द्वारा उन्हें प्राप्त करें और पूरे दिल के साथ उन्हें पूरा करें। आज, मैं चाहती हूँ कि आप मजबूती के साथ समाप्त करने के लिए एक समर्पण करें। मैं जानती हूँ कि यह एक वो समर्पण है जिसका परमेश्वर आदर करेगा।
आरंभक प्रार्थना
परमेश्वर, मैं यह कहने के योग्य होना चाहती कि मैंने उस कार्य को पूरा किया जो आपने मेरे लिए रखा है। आपके उद्देश्य के लिए जीवन व्यतीत करने और आनन्द के साथ मेरी दोड़ को पूरा करने की इच्छा और शक्ति मुझे देने के लिए और मुझ में कार्य करने के लिए आपका धन्यवाद!