हे प्रिय, बुराई के नहीं, पर भलाई के अनुयायी हो, जो भलाई करता है, वह परमेश्वर की ओर से है; पर जो बुराई करता है, उसने परमेश्वर को नहीं देखा। – 3 यूहन्ना 1:11
कई बार संसार में लोग हमें उनके स्वरूप के सदृश बनाना चाहते है। सदृश का अर्थ है “चरित्र में या रूप में एक समान होना; प्रबल रिवाजों या प्रणालियों के अनुसार व्यवहार करना।”
रोमियों 12:2 कहती है, इस संसार के सदृश ना बनो…और 3 यूहन्ना 1:11 कहती है बुराई के नहीं पर भलाई के अनुयायी बनों।
लोग अक्सर हमें अपने साँचे में ढालने का प्रयास करते है, कुछ हद तक यह उनकी अपनी सुरक्षा के कारण होता है। यह जो वह कर रहे है उसके बारे में सुरक्षित महसूस करते है अगर वह किसी और को ऐसा करते नहीं पाते है। बहुत कम लोगों के पास जो वो है उसको करने और बाकी सबको जो वो है उसको करने की अनुमति देने की योग्यता होती है।
क्या आप कल्पना कर सकते है अगर हम ऐसा करते तो संसार किस प्रकार का होगा? अगर हर व्यक्ति जो वो है और जो बाकी है वो अन्यों को होने की अनुमति देते है? फिर हम एक दूसरे के सदृश और नकल करने का प्रयास नहीं करेंगे।
मैं आपको आज उत्साहित करती हूँ कि आप मसीह का अनुसरण करने वाले हो सकते और संसार के साँचे को तोड़कर बाहर आ सकते है!
आरंभक प्रार्थना
पवित्र आत्मा, संसार के साँचे के सदृश होने के फँदे से बचने में मुझे दूर रखें। भलाई के अनुयायी होने और मसीह के समान जीवन व्यतीत करने में मेरी सहायता करें।