तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे बीच में है, वह उद्धार करने में पराक्रमी है; वह तेरे कारण आनन्द से मगन होगा, वह अपने प्रेम के मारे चुपका रहेगा; फिर ऊंचे स्वर से गाता हुआ तेरे कारण मगन होगा। (सपन्याह 3:17)
मैं विश्वास करती हूँ कि सबसे बड़ी समस्याएं जिनका आज लोग सामना कर रहे है वह व्यस्त, उतावली, उत्तेजित, तनावभरी जीवनशैली है जो हम व्यतीत करते है। व्यस्तता परमेश्वर से सुनने को बहुत चुनौतीभरा बनाती है, पर आज की आयत वायदा करती है कि परमेश्वर हमें अपने प्रेम से शांत करेगा। एक उत्तम कृपा जो आप स्वयं के लिए कर सकते वह एक ऐसा स्थान ढूंढना है जहां आप स्थिर और शांत हो सकते है।
परमेश्वर से सुनना एकांत के समय की माँग करता है। अगर आप सचमुच उसकी स्थिर, धीमी आवाज को सुनना चाहते है, तो आपको स्थिर होना होगा। आपको कहीं जाकर उसके साथ अकेले समय व्यतीत करने की आवश्यकता है। यीशु ने कहा, “अपनी कोठरी में जा और द्वार बंद कर” (देखें मत्ती 6:6)।
कुछ मिण्ट की शांति और चुप्पी सदा काम नहीं करेगी; आपको परमेश्वर को खोजने के लिए अतिरिक्त शांत समयों की आवश्यकता है। विकर्षणों और बाधाओं से मुक्त परमेश्वर के साथ समय खर्च करने के योग्य होना महत्वपूर्ण है।
जब आप परमेश्वर के साथ अकेले होते है, तब अपनी समस्याओं के बारे में मत सोचें। उसकी बुद्धि और ताकत को माँगे। एक ताजगी और बहाली को माँगे।
उसे बताएं कि आप आपके जीवन के लिए जो उसके पास है उस को जानना चाहते है।
उससे कहें कि वह आपको बताए कि वह क्या चाहता है कि आप करें।
उससे कहें कि वह आपको बताए कि वह क्या चाहता कि आप ना करें।
स्वयं को परमेश्वर के आगे पेश करें और सुनें। आप उसके पास जाने के द्वारा उसका आदर कर रहे है। आप उससे एक उत्तर को प्राप्त करेंगे। अगर आप उसके साथ आपके एकांत के समय दौरान उससे नहीं सुनते, तो इसके बारे में चिंता ना करें। आपने उसको खोजने के द्वारा अपना भाग कर दिया है और जब आप जीवन में से होकर जाते तब वह आपका मार्गदर्शन करेगा।
आज आप के लिए परमेश्वर का वचनः अगर आपके पास परमेश्वर के साथ होने के लिए समय नहीं है तो आप निश्चय ही बहुत व्यस्त है!