हम सब एक साथ कार्य करते है

क्योंकि जैसे हमारी एक देह में बहुत से अंग है, और सब अंगों का एक ही सा काम नहीं। वैसा ही हम जो बहुत है, मसीह में एक देह होकर आपस में एक दूसरे के अंग है। (रोमियों 12:4-5)

आज का वचन हमें व्यक्तियों को दिए गए वरदानों की भिन्नता के बारे में सिखाता है। हम सब मसीह में एक देह के भाग है, और वह सिर है। शरीरिक क्षेत्र में, सभी शरीर के अंगो को सिर के साथ संबंधित होना है अगर सबकुछ अच्छे कार्य में चलता हुआ चाहिए। शरीरिक देह के भिन्न-भिन्न भाग एक साथ काम करते है; वह ईर्ष्यालु या प्रतियोगी नहीं होते। हाथ पैरों की जूते पहनने में सहायता करते है। पैर शरीर को जहां भी यह जाना चाहते वहां लेकर जाते है। मुंह बाकी के शरीर के लिए बात करता है; उन सभी के पास एक जैसा कार्य नहीं है, पर वह सभी एक ही उद्देश्य के लिए काम करते है। मसीह की आत्मिक देह को भी उसी तरह ही कार्य करना चाहिए। इसी लिए पवित्र आत्मा ने शरीरिक देह की उदाहरण का इस्तेमाल किया जब उसने पौलुस को रोमियों की पुस्तक लिखने के लिए प्रेरित किया था।

जब हम उस ढंग से जो परमेश्वर ने हमारे कार्य करने के लिए बनाया और हमें सौंपा के अलावा किसी अन्य से कार्य करने का प्रयास करते है, हम हमारे जीवनों में दबाव को प्राप्त कर लेते है। पर जब हम वह करते जो परमेश्वर ने हमारे करने के लिए तैयार किया है, हम आनन्द, संतुष्टि और बड़े ईनाम को प्राप्त करते है। हमें पवित्र आत्मा के साथ हमारी अनूठी, अनुकूल मंजिल को खोजने के लिए कार्य करने की, और फिर जो इसे पूरा करने के लिए हम कर सकते वह करने की आवश्यकता है। जब परमेश्वर ने आपको कुछ अच्छा करने का वरदान दिया या इसके योग्य बनाया, तब आप इसमें अच्छे होंगे और आप इसको करना आरम्भ करेंगे।


आज आप के लिए परमेश्वर का वचनः अगर आप परमेश्वर के द्वारा इस्तेमाल किए जाना चाहते है, तब एक आवश्यकता को खोजें और इसे पूरा करें।

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