आपके भीतर एक खजाना है

आपके भीतर एक खजाना है

परन्तु हमारे पास यह धन मिट्ठी के बरतनों में रखा है, कि यह असीम सामर्थ्य हमारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर ही की ओर से ठहरे। (2 कुरिन्थियों 4:7)

किसी भी चीज से अधिक, मैं स्पष्ट रूप से परमेश्वर की आवाज सुनना चाहती हूं और मैं चाहती हूं कि मैं हर समय उसकी मौजूदगी के बारे में अवगत रहूं और मुझे विश्वास है कि आप इस पुस्तक को पढ़ रहे हैं क्योंकि यह आपकी इच्छा भी है। मैंने पहले कई वर्षों के बारे में लिखा है जब मैंने यीशु मसीह को अपने उद्धारकर्ता के रूप में जाना था, लेकिन मुझे परमेश्वर के साथ घनिष्ठ संगति का आनंद नहीं मिला। मुझे लगा कि मैं हमेशा उस तक पहुंचने की कोशिश कर रही हूं, और मैं उस लक्ष्य तक पहुंचने में असफल रह रही हूं। एक दिन, जब मैं अपने बालों में कंघी करती आईने के सामने खड़ी थी, मैंने उससे एक साधारण सवाल पूछाः “परमेश्वर, मैं लगातार ऐसा क्यों महसूस करती हूं जैसे कि मैं आप तक पहुंचने की कोशिश कर रही हूं और आपको ढूंढने में सक्षम नहीं हो रही हूं?” तुरंत, उसने इन शब्दों के माध्यम से मुझसे बात की। “जॉयस, तुम बाहर की तरफ जा रही हों, जबकि तुम्हें अंदर की तरफ जाने की आवश्यकता है।” मुझे यह समझाने दें: परमेश्वर का वचन कहता है कि वह हम में रहता है, लेकिन इस सच्चाई को कुछ लोगों के लिए समझना मुश्किल है। आज की आयत बताती है कि हमारे भीतर परमेश्वर की उपस्थिति का खजाना है, लेकिन बहुत से जो यीशु पर विश्वास करते हैं, उसकी उपस्थिति या उसके साथ नित्य संगति का आनंद कभी नहीं पाते हैं।

मैं परमेश्वर को पाने की कोशिश करने की दिशा में काम कर रही थी, लेकिन सच्चाई यह थी कि उसके अनुग्रह और दया से वह मेरे पास आए और मुझमें अपना घर बना लिया। परमेश्वर की संतान के रूप में आपके लिए भी यही सच है। वह हर समय आपके साथ है, और वह आपकी ताकत, शांति, आनंद और मदद है। वह आपसे बात करना चाहता है, इसलिए अपने दिल में सुनना शुरू करें और आप पाएंगे कि वह आपके सोच से अधिक करीब है।


आज आप के लिए परमेश्वर का वचनः परमेश्वर के लिए बाहर की ओर मत जाईए; अंदर की ओर जाईए।

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