उसके फाटकों में धन्यवाद, और उसके आँगनों में स्तुति करते हुए प्रवेश करो, उसका धन्यवाद करो, और उसके नाम को धन्य कहो! –भजनसंहिता 100:4
इफिसियों 4:29 में, प्रेरित पौलुस हमें किसी भी गंदी भाषा का इस्तेमाल ना करने का निर्देश देता है। एक समय, मैंने यह नहीं पहचाना कि इस में शिकायत करना भी आता है, पर मैंने तब से यह सीखा है कि बुड़बुड़ाना और शिकायत करना हमारे जीवनों को गंदा करता है।
स्पष्ट और साधारण तौर पर, शिकायत करना एक पाप है। यह लोगों को समस्याओं का एक बड़ा कारण देता और जो भी सुनता उसके आनन्द को नष्ट करता है।
हमें स्वयं को पूछने की आवश्यकता है कि जब हम ट्रैफिक में फँस जाते या जब दुकान पर लाईन में इंतजार करते होते तो कितनी जल्दी हम अधीर हो जाते और शिकायत करना आरम्भ कर देते है? कितनी जल्दी हम हमारे मित्रों या परिवार के सदस्यों के बारे शिकायत करते जब कि हमें इसके लिए परमेश्वर का धन्यवाद करना चाहिए था?
शिकायत का सबसे उत्तम विषहर धन्यवाद करना है। सचमुच धन्यवादी लोग शिकायत नहीं करते है। वह सब भली बातों के लिए धन्यवाद करने के प्रति इतने व्यस्त रहते है कि उनके पास उन बातों पर ध्यान करने का समय ही नहीं होता जिनके बारे वह शिकायत कर सकें।
बाइबल कहती है कि हमें प्रशंसा और धन्यवाद के साथ परमेश्वर के आँगनों में प्रवेश करना है। आपको और मुझे धन्यवाद का एक जीवन व्यतीत करना प्रतिदिन का लक्ष्य बनाना चाहिए। आओ हम जितना संभव हो सके उतना सकारात्मक और धन्यवादी बनें।
रात को सोने के लिए जाते समय उस हरेक बात पर विचार करें जिनके लिए आपको धन्यवादी होना है। यह सुबह के समय आपका सबसे पहला काम होना चाहिए। “छोटी” बातों के लिए या आम तौर पर वह बाते जिन्हें आप अनुदान करके लेते के लिए परमेश्वर का धन्यवाद करेः गाड़ी खड़ी करने के लिए स्थान, काम के लिए सही समय पर जागना, एक भोजन, आपका परिवार…जब आप असफल होते तो निराश मत हो, पर हिम्मत हार कर इसे छोड़ें भी मत। जब तक आप नई आदतों को विकसित नहीं कर लेते और आप कृतज्ञता के साथ जीवन व्यतीत नहीं करने लगते तब तक इसे पकड़े रहें।
आपके धन्यवाद के साथ उदार बनें। यह प्रभु के साथ आपके संबंध को मीठा बनाएगा।
आरंभक प्रार्थना
परमेश्वर, अभी से आरम्भ करके, मैं धन्यवाद के एक व्यवहार के साथ जीवन व्यतीत करना चाहती हूँ! मुझे प्रेम करने और मुझे आशीष देने के लिए मैं आपका बहुत धन्यवाद करना चाहती हूँ। जीवन में सकारात्मक बातों को देखने में मेरी सहायता करें ताकि मैं उनके लिए धन्यवादी हो सकूँ।