अन्यों के साथ करो…

अन्यों के साथ करो...

इस कारण जो कुछ तुम चाहते हो, कि मनुष्य तुम्हारे साथ करें, तुम भी उन के साथ वैसा ही करो क्योंकि व्यवस्था और भविष्यद्वक्तओं की शिक्षा यही है। – मत्ती 7:12

परमेश्वर के पास बहुत सी आशीषें है जो वो हमारे जीवनों में उडेंलना चाहता है, पर यहां पर बहुत सी आशीषों को साधारणता हम इसलिए जानते भी नहीं क्योंकि हम जो चाहते कि दूसरे हमारे लिए करें वो उनके लिए करने में हम असफल हो जाते है। हम दूसरों के द्वारा आशीष पाना चाहते है, लेकिन क्या हम पहल करते हैं कि हम निःस्वार्थ रूप से पहले उन्हें आशीष दें?

अगर आपका वैवाहिक जीवन, परिवार या मित्रता वो नहीं जो आप चाहते कि वो हो, आप यथार्थ में यहीं सिद्धान्त को इस समय स्वीकार करने के द्वारा उन्हें बदल सकते है।

हो सकता है कि आप आपके जीवनसाथी को आपके लिए कुछ करने का इंतजार कर रहे है। या हो सकता है कि आप जानबूझकर एक मित्र से चाहते है कि वो पहले आपकी सहायता करें। इस ढंग से जीवन व्यतीत करना स्वार्थी ढंग से आरामदायक हो सकता है, पर परिस्थितियां तब तक कभी भी नहीं बदलेगी जब तक आप क्रियाशीलता से उन्हें बदलने का निर्णय नहीं करते। यह स्वयं को नम्र करने और आपके संबंधों को बचाने का समय है।

स्वयं पर ध्यान केन्द्रित करने, आपके मार्ग में आशीषों के आने का इंतजार करते, क्रियाशील ढंग से बलीदान करना और जो लोग परमेश्वर ने आपके जीवन में रखें उनकी सेवा करना चुनें। दास बनें और अन्यों को आशीष देना अपना केन्द्र बनाएं।

रद्द किए और नजरअंदाज किया महसूस करने की बजाए, आप आश्चर्यचकित होंगे कि कैसे आपके संबंधो में सुधार हुआ है जब आप अन्यों के साथ वैसा बर्ताव करना चाहते है जैसा कि आप सोचते कि आपके साथ हो।


आरंभक प्रार्थना

परमेश्वर, एक स्वार्थी जीवन व्यतीत करने के द्वारा मेरे पास प्राप्त करने के लिए कुछ नहीं। लोग मेरे साथ भला करें यह इंतजार करने की बजाए, मैं पहले उनसे भला करूँगी, और जैसा मैं चाहती कि मेरे साथ बर्ताव हो वैसा बर्ताव करूँगी।

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