मुझे इस बात का भरोसा है कि जिसने तुम में अच्छा काम आरम्भ किया है, वही उसे यीशु मसीह के दिन (उसके वापस आने के लिन तक) तक पूरा करेगा। -फिलिप्पियों 1:6
“परमेश्वर के पास आपके लिए एक सिद्ध योजना है!” हम सब ने उस वाक्य को सुना है, पर मैं नहीं सोचती कि हम में से बहुत सचमुच इस में विश्वास करते है। शायद यह शब्द “सिद्ध” है जो हमें परेशान करता है। कोई भी सिद्ध नही है, और सिद्ध होने का विचार केवल हमारे जीवनों में तनाव और दबाब को ही लाता है।
सिद्धता अंसभव प्रतीत होती है। और अनुमान लगाएं कि क्या है? यह असंभव है!
परमेश्वर की योजना इसलिए सिद्ध नहीं कि हम सिद्ध है। योजना सिद्ध है क्योंकि परमेश्वर ही है जिसने इसे तैयार किया है। सिद्धता उससे आती है, और केवल वही अकेला सिद्ध है। वह जितना हम स्वयं को जानते से ज्यादा जानता है, और उसने हमें तैयार किया और हमारे जीवनों के लिए विशेष बनाई एक योजना को लागू किया है।
पौलुस फिलिप्पियों 1:6 में बताता है कि परमेश्वर ने हमें बचाया और एक अच्छा कार्य हमारे अन्दर आरम्भ किया है, और हमारे अन्दर उस का कार्य सम्पूर्ण होगा।
जब हम हमारे अन्दर परमेश्वर के कार्य करने के बारे सोचते है, हमें स्वयं को याद कराना चाहिए जैसा कि हम असद्धि है, परमेश्वर सिद्ध है। परमेश्वर की सिद्धता को संतुष्ट करने के लिए हम जितना भी कुछ क्यों ना करे वह काफी नहीं होगा। केवल यीशु, जो सिद्ध है, वह काफी है। और क्योंकि हम मसीह में है, परमेश्वर की सिद्ध योजना हमारे लिए संभव है!
आरंभक प्रार्थना
प्रिय प्रभु, मैं जानती हूँ कि मैं सिद्ध नहीं हूँ, पर धन्यवाद के साथ आपके लिए मेरी योजना आपकी सिद्धता पर निर्भर है, मुझ पर नहीं। मेरे अन्दर एक अच्छा कार्य विकसित करने के लिए आपका धन्यवाद। मैं इसे पूरा करने के लिए आप पर भरोसा करती हूँ।