आपने मुफ्त (सेंतमेंत) पाया है, आप इसे मुफ्त (सेंतमेंत) में दें

आपने मुफ्त (सेंतमेंत) पाया है, आप इसे मुफ्त (सेंतमेंत) में दें

तब पतरस ने पास आकर उस से कहा, “हे प्रभु, यदि मेरा भाई अपराध करता रहे, तो मैं कितनी बार उसे क्षमा करूँ? क्या सात बार तक?” यीशु ने उससे कहा, “मैं तुझ से यह नहीं कहता कि सात बार तक वरन् सात बार के सत्तर गुने तक। मत्ती 18:21–22

मैं आपके बारे में नहीं जानती हूं, लेकिन मुझे खुशी है कि परमेश्वर हमें कितनी बार क्षमा करेगा इसकी वह कोई सीमा निर्धारित नहीं करता है। चाहे हम कितनी भी बार असफल हों और कम पड़ें, तौभी वह हमें क्षमा करके और बार-बार हमारा स्वागत करके हमारे लिए अपने प्रेम का प्रदर्शित करना जारी रखता है।

लेकिन क्या यह आश्चर्यजनक नहीं है कि हम कैसे परमेश्वर से क्षमा प्राप्त करने के लिए इच्छुक हैं, फिर भी हम दूसरों को कितने कम तौर पर क्षमा करना चाहते हैं? हम मुफ्त में दया को स्वीकार करते हैं, फिर भी यह आश्चर्य की बात है कि हम दूसरों के प्रति कितने कठोर, न्यायी और निर्दयी हो जाते हैं।

लब्बोलुआब यह है: ऐसे लोग होते हुए जिन लोगों को बहुत क्षमा किया गया है, यह महत्वपूर्ण है कि हम उसी क्षमा को दूसरों के साथ साझा करना सीखें। जब तक हम किसी अन्य व्यक्ति के प्रति कटुता, आक्रोश, और क्षमा न करना जैसी भावनाओं को पनाह देते हैं, तब तक हम परमेश्वर के साथ करीबी रिश्ते में नहीं रह सकते हैं। ये वो जंजीरें हैं जो हमें आध्यात्मिक रूप से बांधे रखेंगी और हमारे जीवन में परमेश्वर के सर्वोत्तम से दूर रखेंगी।

अगर ऐसे लोग हैं जिन्होंने आपको चोट पहुंचाई है और आपको उन्हें क्षमा करना मुश्किल हो रहा है, तो बस उन सभी चीजों को याद रखें जिनके लिए परमेश्वर ने आपको क्षमा किया है। जब आप इसे इस तरह देखते हैं, तब दूसरों को क्षमा करना बहुत आसान बात हो जाती है।


परमेश्वर का अनुग्रह हमें उन चीजों को आसानी से करने में मदद करता है जो अन्यथा कठिन होती हैं।

Facebook icon Twitter icon Instagram icon Pinterest icon Google+ icon YouTube icon LinkedIn icon Contact icon