तुम में कौन है, जो चिन्ता करके अपनी अवस्था में एक घड़ी भी बढ़ा सकता है। – मत्ती 6:27
चिंता हमारा कुछ भी भला नहीं करती। यह किसी भी बात को नहीं बदलती, और हम उन बातों के बारे परेशान होते हुए बहुत समय बर्बाद कर देते जिनके बारे हम कुछ नहीं कर सकते – वह बातें जिन्हें केवल परमेश्वर कर सकता है।
बाइबल कहती है कि हम चिंता करने के द्वारा एक भी इंच लम्बाई नहीं बढ़ा सकते, फिर भी, हम चिंता करते, और कुछ और चिंता करते, जो हमें कहीं नहीं ले जाती।
जब कभी भी हम सचमुच निराश होते, इसके लिए काफी भावनात्मक ऊर्जा लगती, हमें थका देती, हमारी सेहत खराब करती, हमारा आनन्द चुराती, और फिर भी कुछ भी बदलती नहीं है। हमें उन बातों को सही करने का प्रयास बंद करना चाहिए जिन्हें केवल परमेश्वर सही कर सकता है, क्योंकि एक ही व्यक्ति जो यह कहते ताली बजाता कि, “हा, हा, हा, फिर मैंने इसे पकड़ लिया!”
यीशु हमें यूहन्ना 14:27 में “शांत होने” और यूहन्ना 16:33 में “ढाढ़स बाँधने” के लिए कहता है। मैं सोचती जब हम ऐसा करते तो यह शैतान को एक-दो घूँसे लगाने जैसा है। जब आप इस बात को पहचानते कि आप कुछ भी ठीक नहीं कर सकते, यह बात आप को शांत करती, और जब आप जानते कि परमेश्वर कर सकता है, तो यह आपको ढाढ़स देती है!
इसलिए चिंता ना करें। इसकी बजाए, शांत हो जाए, ढाढ़स बाँधे, और शैतान को भगाएं।
आरंभक प्रार्थना
प्रभु मेरे चिंता करने से कुछ लाभ नहीं होता है, इसलिए मैं इसे पीछे छोड़ती हूँ। मैं बहुत धन्यवादी हूँ कि आप वह ठीक कर सकते जो मैं नहीं कर सकती। आप मुझे शांत करें और ढाढस बधाएं।