
पर्व के अन्तिम दिन, जो मुख्य दिन है, यीशु खड़ा हुआ और पुकार कर कहा, “यदि कोई प्यासा हो तो मेरे पास आए और पीए।” -यूहन्ना 7:37
आप मूल्यवान और किमती हैं और परमेश्वर जो आपके लिए करना चाहता है उसके द्वारा अपनी भलाई और करूणा को प्रगट करने की उसकी योजना है। ऐसा कोई तात्पर्य नहीं कि आपने क्या किया है या आप के साथ क्या किया है। भूतकाल भूतकाल में रह जाता है, परमेश्वर ने आपके लिए एक बड़ा भविष्य रखा है। आप एक अद्भुत जीवन पा सकते हैं परन्तु आपको उसे प्राप्त करना है। आपको सहमत होना और कहना है, “यह मेरे लिए है।”
यीशु हमें यह कहने के लिए रो पड़ा कि हमें जो ज़रूरत हैः वह उसके पास है। “अब पर्व के सबसे महत्वपूर्ण और अंतिम दिन यीशु खड़ा हुआ और वह जोर से पुकारा। यदि कोई प्यासा हो तो वह मेरे पास आए और मुझ से पीए!” (यूहन्ना 7:37) आप जो स्वयं के लिए नहीं कर सकते हैं परमेश्वर ने पहले से आपके लिए कर दिया है। अब वह आपको निमन्त्रित करता है, कि आओ और उसे प्राप्त करो, उसे पीओ, अपने में उसे ले लो, यह आपके लिए है विश्वास करने के द्वारा आप यह करते हैं।
पीने को इस प्रकार से परिभषित किया गया है, “लेना या किसी के विवेक में स्वीकार करना।” स्मरण करें कि यीशु ने कहा, मैंने ये बातें तुम से दृष्टान्तों में कहीं हैं, “अब तक तुम ने मेरे नाम से कुछ नहीं माँगा; माँगो, तो पाओगे ताकि तुम्हारा आनंद पूरा हो जाए।” (यूहन्ना 16:24)
एक निराश संसार को हम किस प्रकार प्रभावित करने जा रहे हैं यदि हम उन लोगों के समान निराश हैं जो बिना मसीह के हैं? परमेश्वर चाहता है कि उसके लोग उन पर और परमेश्वर की दया और महिमा को दिखाए। जब हम परमेश्वर के प्रबंध को प्राप्त करते हैं हमारा आनंद पूर्ण होता है इसी प्रकार कलीसिया को भी होना है।
प्रेरितों के काम की पुस्तक परमेश्वर के आशीषों का एक हिसाब है। उसे स्वीकार करो जिसे आपके लिए प्रबंध करने के लिए यीशु ने अपने जीवन के द्वारा मूल्य चुकाया है। वचन का अध्ययन करें ताकि आप उसकी प्रतिज्ञाओं के प्रति सुनिश्चित हों। उससे प्रार्थना करें और कहें, “मैं यहाँ हूँ प्रभु, इसे उण्डेल दें, मैं उन सब की परिपूर्णता प्राप्त करता हूँ जो कुछ पवित्र आत्मा ने मेरे लिए रख छोड़ा है।”