उदयाचल अस्ताचल से जितनी दूर है, उसने हमारे अपराधों को हम से उतनी ही दूर कर दिया है। जैसे पिता अपने बालकों पर दया करता है, वैसे ही यहोवा अपने डरवैयों पर (भय, आराधना और विस्मय के साथ) दया करता है। क्योंकि वह हमारी सृष्टि जानता है; और उसको (गंभीरता सें) स्मरण रहता है कि मुनष्य मिट्टी ही है। – भजन संहिता 103:12-14
परमेश्वर वह सब हटाता है जो हमें अधार्मिक (हमारे पाप) बनाता है और उसे उतना दूर भेजता है जितना कि पूरव से पश्चीम है। पूरव से पश्चिम कितना दूर है? बहुत दूर! परमेश्वर हमारी कमज़ोरियों को जानता है और वह स्मरण करता है कि हम धुल हैं। परमेश्वर हम पर कभी भी उतना दबाव नहीं डालता है जीतना की हम अपने ऊपर डालते हैं।
जब मेरा पुत्र छोटा था, उसने निर्णय लिया कि मेरे लिए कुछ अच्छा करेगा। उसने एक बर्तन में पानी लाया और बाहर आँगन में गया। जल्द ही वह मेरे पास आया और कहा, ‘‘माँ, मैंने आपके लिए खिड़कियाँ धो दी है।” आँगन गिला था और वह भी गिला था। खिड़कियों में किचड़ फैल गया था। यह वह इसलिए किया था क्योंकि वह मुझ से प्रेम करता था। परमेश्वर ने यह समय मुझे स्मरण दिलाया। उसने कहा, ‘‘क्या तुम स्मरण करती हो कि उसके बाद तुम ने क्या किया? तुम ने अपने बेटे को अपने आपको साफ़ करने के लिए भेजा और जब वह नहीं देख रहा था तब तुम ने जाकर उसकी फैलाई हुई गंदगी को साफ़ किया।” परमेश्वर ने मुझे दिखाया कि वह हमारे साथ ऐसा ही करता है।
परमेश्वर हमारी त्रुटियों के बारे में जानता है और वह उसके प्रति पे्रम के कारण जो कुछ हम करते हैं उसे वह स्वीकार करता है। वह हमारे पाप को ढाँप देता है, हमारी गंदगी को साफ़ करता है और उन्हें छुपाता है कि हम यह जान भी न पाए कि हमने कितना कचड़ा फैलाया है। वह इसलिए करता है क्योंकि हम मसीह में हैं, मसीह उसमें है, और वह हममें है।