
देख, यहोवा की दृष्टि सारी पृथ्वी पर इसलिये फिरती रहती है कि जिनका मन उसकी ओर निष्कपट रहता है, उनकी सहायता में वह अपना सामर्थ दिखाए। – 2 इतिहास 16:9
बार-बार मेरे जीवन में, प्रभु ने मुझे याद कराया है कि वह हम से सिद्ध प्रदर्शन को नहीं, पर सिद्ध दिलों को चाहता है।
बहुत से लोग सोचते है कि परमेश्वर हमें तब तक इस्तेमाल नहीं करेगा जब तक उनके जीवनों का प्रत्येक क्षेत्र सिद्ध नहीं हो जाता। उस किस्म का सोचना लोगों को उन्हें परमेश्वर के इस्तेमाल करने से रोके रखता है। पर परमेश्वर हमें हमारे कारण नहीं, पर इसके बावजूद भी हमें इस्तेमाल करता है।
कभी-कभार लोग आपके प्रर्दशन पर आधारित आपको “प्रेम” करते है। अगर आप वो करते जो वो चाहते कि आप करे, तो वो आपको स्वीकार करते है; पर अगर आप नहीं करते, तो वो आपको रद्द करते है। परमेश्वर का प्रेम केवल परमेश्वर पर आधारित है। वह आपको प्रेम करता और आप जैसे भी है आपको स्वीकार करता है।
इसका अर्थ यह नहीं कि हमें अशुद्ध रवैया रखना चाहिए और एक पवित्र जीवन व्यतीत करने की इच्छा नहीं करनी चाहिए। एक व्यक्ति जिसका दिल परमेश्वर के प्रति सिद्ध है वह सदा उत्सुकता और जोश के साथ सभी बातों में परमेश्वर को प्रसन्न करने जा रहा है, फिर भी वे जानते हैं कि परमेश्वर उनकी कमजोरियों और गलतियों के कारण उन्हें कभी भी रद्द नहीं करेगा। जब हम कमजोर होते हैं तो वह हमें प्रेम करना और हमें मदद करना चाहता है ।
परमेश्वर को आपको प्रेम करने दें, और बदले में, एक सिद्ध दिल के साथ उसे अपना प्रेम दें!
आरंभक प्रार्थना
परमेश्वर, मैं जानती हूँ कि आप मेरी कमजोरियों और गलतियों के बावजूद मुझ से प्रेम करते है। मैं इस प्रेम के लिए आपका धन्यवाद करती हूँ और अपना दिल आपको देती हूँ, यह जानते हुए कि जब मैं एक सिद्ध दिल के साथ आपका अनुसरण करती हूँ तो आप मुझे इस्तेमाल कर सकते है।