वह सीधे लोगों के लिये खरी बुद्धि रख छोड़ता है; जो खराई से चलते हैं, उनके लिये वह ढाल ठहरता है। वह न्याय के पथों की देखभाल करता, और अपने भक्तों के मार्ग की रक्षा करता है। तब तू धर्म और न्याय, और सीधाई को, निदान सब भली-भली चाल समझ सकेगा; – नीतिवचन 2:7-9
जीवन के मार्ग पर रास्ते में आत्मिक “चिन्ह” होते है। परमेश्वर की सुरक्षा में बने रहने के लिए आपको इन चिन्हों का आज्ञा पालन करना आवश्यक है। जो आपको उस पर भरोसा करने और चिंता ना करने के लिए कहते है। न डरें, साहस रखें। अगर आप इन चिन्हों पर ध्यान देंगे तो आपको मार्ग पर बने रहने में आसानी होगी। आप सुरक्षा, शांति और आनन्द का अनुभव करेंगे जो केवल परमेश्वर ही दे सकता है।
फिर भी, अगर आप चिन्हों पर ध्यान देने में असफल होते है, तो आप देखेंगे कि मार्ग आम तौर पर थोड़ा ज्यादा ऊबड़-खाबड़ प्रतीत हो सकता है, और आप जैसा पहले आपकी योग्यता के लिए आत्मविश्वासी थे वैसा हो सकता ना हो। आप कोने में इंतजार कर रही आज्ञात बातों के बारे में और मार्ग के मोड़ के बारे में चिंतित हो सकते है।
आपको और मुझे चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि परमेश्वर हमारे मार्गो की रक्षा और हमारे पथ को सुरक्षित करना चाहता है। उसके चिन्हों को नज़रअंदाज करने और चिंतित होने में क्यों समय बर्बाद करें जब इससे कोई हल नही होगा?
एक आज्ञाकारी का व्यवहार बनाएं रखें और जब आप इसके चिन्हों को देखते है, उनका अनुसरण करें। जब आप उसके निर्देशों का पालन करते है, आप सदा सुरक्षित आपकी मंजिल पर पहुँचेगे।
आरंभक प्रार्थना
पवित्र आत्मा, जो आत्मिक चिन्ह आपने जीवन के मार्ग में मेरे लिए रखे है उन्हें देखने में मेरी सहायता करें। जब मैं उन्हें देखती हूँ, मैं उनका आज्ञा पालन करूँगी और जीवन में सुरक्षित उनका अनुसरण करूँगी।