यदि कोई अपने आप को इनसे शुद्ध करेगा, तो वह आदर का बरतन और पवित्र ठहरेगा; और स्वामी के काम आएगा, और हर भले काम के लिए तैयार होगा। -2 तीमुथियुस 2:21
बाइबल हमें मिट्टी के, या दुर्बल, मानवीय बर्तन कहती है (देखें 2 कुरि. 4:7)। जैसा कि पत्थर का पात्र, कुम्हार के पहिए पर आकार लेता है, वैसा ही हम मिट्टी से बनाए गए है (देखें यशायाह 64:8)। परमेश्वर ने आदम को, उत्पत्ति 2:7 के अनुसार भूमि की मिट्टी से रचा, और भजन संहिता 103:14 कहती है, वह हमारी सृष्टि जानता है; और उसको स्मरण रहता है कि मनुष्य मिट्टी ही है।
यद्यपि कि हम कमजोर और अपूर्ण है जब हम हमारे पात्रों को (स्वयं) परमेश्वर के वचन के साथ भरते है, हम उसकी आशीष को अंदर रखने वाले, उसके इस्तेमाल के लिए उडेंले जाने को तैयार रहते है। हम सभी प्रभु के लिए मूल्यवान है-परमेश्वर दरार पाए हुए पात्रों को भी इस्तेमाल कर सकता है!
पर सबसे पहले हमें पूरी तरह परमेश्वर के लिए पवित्र होना है। दूसरा तीमुथियुस 2:21 हमें याद कराती है, यदि कोई अपने आप को इनसे शुद्ध करेगा, तो वह आदर का बरतन और पवित्र ठहरेगा; और स्वामी के काम आएगा, और हर भले काम के लिए तैयार होगा।
आज, जब आप एक अलग किए हुए पात्र बनते है, परमेश्वर आपके जीवन के द्वारा अविश्वसनीय बातें याद करेगा।
आरंभक प्रार्थना
प्रभु, मैं आपकी हूँ। मैं आपके इस्तेमाल के अनुकूल एक बर्तन बनना चाहती हूँ। मैं स्वयं को आपके लिए अर्पण करती हूँ। मैं आपके वचन के साथ भरना और प्रत्येक भले कार्य के लिए जो आपने पहले से ही मेरे लिए रखा तैयार रहना चाहती हूँ।