क्योंकि परमेश्वर का राज्य खाना पीना नहीं; परन्तु धर्म और मिलाप और पवित्र आत्मा में आनन्द है। – रोमियों 14:17
रोमियों 14:17 परमेश्वर के राज्य की भलाई, शांति और पवित्र आत्मा में आनन्द के एक जीवन की परिभाषा देती है।
हमें उसके राज्य को खोजना है, पर बहुत से लोग सब किस्म की अन्य साम्रगी को खोजने के लिए अपने जीवनों को खर्च करते है। जब धार्मिकता, शांति और आनन्द की बात आती है, उनके पास इन में से कुछ नहीं होता क्योंकि वह अन्य बातों को खोज रहे होते हैं।
मैं सोचती थी कि अगर मेरे पास सब किस्म की संसारिक सामग्री होती, मेरे पास कोई चिंता नहीं होती और मेरा जीवन शांति में होता, पर चाहे कि मैंने कितनी भी वस्तुएं इकट्ठठी क्यों ना की हों, यह कभी भी शांति को नहीं लेकर आई। सच्ची शांति परमेश्वर के साथ एक होने से आती है।
यह समझना हमारे लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मैं सोचती हूँ कि मसीहियों का एक बड़ा बहुमत अपना पूरा जीवन ग़लत बातों की खोज में खर्च करता है, जबकि हमारा असली खजाना यीशु है।
इस तरह आप आज क्या खोज रहे है? आपका खजाना क्या है? संसारिक बातें आपको अंत में असंतुष्टी देगी, पर अगर आप उसकी धार्मिकता, शांति और आनन्द को खोजते है, तो आप पूर्ण संतुष्टी और बहुतायत के जीवन का अनुभव कर सकते है जो परमेश्वर चाहता है कि आपके पास हो। आज ही उसको खोजें।
आरंभक प्रार्थना
परमेश्वर, मैं आज उन संसारिक बातों का पीछा करना बंद करूँगी जो संतुष्ट नहीं करेंगी। मैं आपके साथ होना चाहती हूँ, इसलिए मैं आपकी धार्मिकता, शांति और आनन्द को खोजती हूँ।