
आकाश के पक्षियों को देखा! वे न बोते हैं, न काटते हैं, और न रक्तों में बटोरते हैं; फिर भी तुम्हारा स्वर्गी य पिता उनको खिलाता है। क्या तुम उनसे अधिक मूल्य नहीं रखते? -मत्ती 6:26
चिडि़यों को देखते समय व्यतीत करना हम सब के लिए अच्छा हो सकता है, हमारे प्रभु ने हमसे यही करने के लिए कहा। यदि हर रोज़ नहीं तो कम से कम यदा कदा हमें चिडि़यों पर ध्यान देने और स्वयं को स्मरण दिलाने की ज़रूरत है कि पंखवाले हमारे मित्रों की चिंता कितनी अच्छी रीति से की जाती है। वे सचमुच में नहीं जानते हैं कि उनका अगला भोजन कहाँ से आएगा, फिर भी मैंने व्यतीत रूप से एक पक्षी को कभी भी चिन्ताग्रस्त और व्याकुल होकर किसी पेड़ की छाया में बैठे हुए नहीं देखा है। यहाँ पर मालिक की बात बहुत सरल है, “क्या तुम पक्षियों से बढ़कर नहीं हो?” चाहे आप अपने आत्मस्वरूप के साथ लड़ाई नहीं कर रहे हों। निश्चय ही आप विश्वास कर सकते हैं कि आप एक पक्षी से बढ़कर हैं। और देखिए कि आपका स्वर्गीय पिता कितनी अच्छी रीति से उनकी देखभाल करता है।