जब उन लोगों के साथ अच्छी बातें होती है जिन्होंने आपको दुख पहुँचाया था

जब उन लोगों के साथ अच्छी बातें होती है जिन्होंने आपको दुख पहुँचाया था

…जिस से तुम अपने स्वर्गीय पिता की सन्तान ठहरोगे क्योंकि वह भलों और बुरों दोनो पर अपना सूर्य उदय करता है, और धर्मियों और अधर्मियों दोनों पर मेंह बरसाता है। – मत्ती 5:45

क्या आपने कभी किसी को परमेश्वर से एक आशीष प्राप्त करते देखा और महसूस किया कि वो इसके हकदार नहीं है? क्या आपने जिस व्यक्ति ने आपको आहत किया उसे साथ अच्छी बातों को होते देखा है?

बाइबल कहती है कि अच्छी और बुरी बातें धर्मी और अधर्मी दोनों के साथ होती है। जब कोई जिसने आपको आहत किया एक आशीष को प्राप्त करता है, तो उसे क्षमा करना और भी ज्यादा मुश्किल हो जाता है, पर आपको फिर भी उनके लिए प्रार्थना करने को बुलाया है।
मैं आपको जिन्होंने आपको आहत किया उनके लिए प्रार्थना करने के द्वारा आशीष देने के लिए उत्साहित करती हूँ, चाहे आप उनके द्वारा अब भी आहत और नराजगी क्यों ना महसूस करते हो। जब आप उन लोगों के लिए प्रार्थना करते जिन्होंने आपको आहत किया, तो यह आपका चुनाव है जिसे आप करते है। और क्षमा आपके निर्णय पर अधारित है – एक भावना पर नहीं। यहां पर उस में आपके लिए चंगाई है।

एक क्षमा करने की जीवनशैली आपको और ज्यादा मसीह के समान बनने में सहायता करती है। जब आप क्षमा की महत्ता को सीखते और उनकी आशीषों के लिए प्रार्थना करना आरम्भ करते जिन्होंने आपको दुख पहुँचाया, तो आपका दिल कड़वाहट से चंगा होना आरम्भ होगा और आपकी व्यक्तिगत वृद्धि उन आशीषों में अगुवाई करेगी जो परमेश्वर ने आपके लिए योजना बनाई है।


आरंभक प्रार्थना

परमेश्वर, यह हो सकता मुश्किल हो, पर मैं जानती हूँ कि जिन्होंने मुझे आहत किया मुझे उनके लिए प्रार्थना करने और उन्हें आशीष देने की आवश्यकता है। मैंने पहचाना है कि क्षमा करना एक चुनाव है, इसलिए मैं क्षमा करने को चुनने में मेरी आपसे सहायता करने के लिए कहती हूँ।

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