
तुम अपने पिता शैतान…वह तो आरंभ से हत्यारा है और सत्य पर स्थिर न रहा क्योंकि सत्य उसमें है ही नहीं। जब वह झूठ बोलता तो अपने स्वभाव ही से बोलता है। क्योंकि वह (स्वयं) झूठा है वरन् झूठ का पिता है। -यूहन्ना 8:44
अंग्रेजी भाषा में भय के लिए जो शब्द है उनके अक्षर को इस प्रकार से परिभाषित किया जा सकता है, झूठे प्रमाण जो सही दिखते हैं।
यीशु ने कहा कि शैतान एक झूठा है और झूठों का पिता है। सत्य उसमें नहीं है, वह परमेश्वर के लोगों को धोखा देकर भय में डालने के लिए झूठ का इस्तेमाल करता है कि वे इतने साहसी न हो कि प्रभु के प्रति आज्ञाकारी हों कि उन आदेशों को पाएँ जो उसने उनके लिए संग्रह कर रखा है।
अधिकांश समय किसी बात का भय उस बात से अधिक बुरा होता है। सामान्य रूप से यदि हम साहसी और दृढ़ निर्णित होंगे कि चाहे वह जो भी हो जिसे हम डरते हैं हम पाएँगे कि यह उतना बुरा नहीं है कि जितना हमने सोचा कि यह होगा। परमेश्वर के वचन में हम पाते हैं कि प्रभु अपने लोगों से बार बार कहता है, कि “डरो मत”। मैं विश्वास करती हूँ कि ऐसा करने का उसका कारण उन्हें उत्साहित करना था कि वे शैतान को उनसे उनकी आशीषों को चुराने की अनुमति न दे।
उसी रीति से क्योंकि वह जानता है कि हम भयभीत हैं। प्रभु लगातार हमें उत्साहित करता और प्रोत्साहन देता है कि आगे बढ़ें और उस कार्य को करें जो हमारे सामने रखा गया है, जो वह करने के लिए कह रहा है। क्यों? क्योंकि वह जानता है कि दूसरे भाग में आशीषें हमारा इंतज़ार कर रही हैं।