और इस कारण तुम मगन होते हो, यद्यपि अवश्य है कि अब कुछ दिन तक नाना प्रकार की परीक्षाओं के कारण उदास हो। और यह इसलिये है कि तुम्हारा परखा हुआ विश्वास… अधिक बहुमूल्य है, यीशु मसीह के प्रगट होने पर प्रशंसा, और महिमा, और आदर का कारण ठहरे। – 1 पतरस 1:6-7
शब्द टूटापन कुछ लोगों में भय को आने का कारण दे सकता है, पर यह वास्तव में एक बुरा शब्द नहीं है। परमेश्वर हमारे आत्माओं को तोड़ने की इच्छा नहीं रखता, पर वह बाहरी परत को तोड़ना चाहता है, शरीर जो उसे वो सब होने से रोकता जो वह हम में और हमारे द्वारा वह करना चाहता है। वह घमण्ड, विद्रोह, स्वार्थीपन और आजादी जैसी बातों को तोड़ना चाहता है। परमेश्वर चाहता है कि हम पूरी तरह उस पर निर्भर रहे, और कष्ट हमें उस हद तक लाता प्रतीत होता है।
कई बार लोग हैरान होते है कि उन्हें परीक्षा या दुख के समय में से होकर निकलना आवश्यक है। यहां तक कि जब हम वचन को सीखने और आज्ञा पालन करने में वफादार होते है, परीक्षाएं आएंगी। और कभी-कभी परीक्षाएं साधारणता हमारे विश्वास को परखने और शुद्ध करने के लिए आएंगी।
जब यह परीक्षाएं आपके मार्ग मैं आती है, उन्हें स्वीकार करें, क्योंकि वह वास्तविक टूटेपन में ले जाती है। परमेश्वर चाहता है कि हम आत्मा के द्वारा जीवन व्यतीत करें, शरीर में नहीं, और यह तब बहुत आसान होता है जब हम हमारे जीवनों में किसी भी पापी या स्वार्थी आदत या गुणों को तोड़ने की अनुमति देते है जो हमें उससे दूर रख रहे है।
क्या आप आज परमेश्वर के निकट होना चाहते है? तब टूटेपन का ग्रहण करें, यह जानते हुए कि यह आपके भविष्य में महान बातों में अगुवाई करेगा।
आरंभक प्रार्थना
पवित्र आत्मा, मैं पहचानती हूँ कि मुझे टूटेपन की आवश्यकता है। यह हो सकता आरामदायक ना हो, पर मैं आपको मुझे तोड़ने और कुछ भी जो आप से मुझे दूर रख रहा है उसको हटा देने का निमंत्रण देती हूँ।