इस कारण जब कि गवाहों का ऐसा बड़ा बादल हम को घेरे हुए हैं, तो आओ, हर एक रोकनेवाली वस्तु और उलझानेवाले पाप को दूर करके, वह दौड़ जिसमें हमें दौड़ना है धीरज से दौड़ें। -इब्रानियों 12:1
उन दिनों जब यह पद लिखा गया लेखक एक समान चित्र बना रहा था जो आज की तुलना में उन दिनों में अच्छी रीति से समझा गया। उन दिनों धावक किसी दौड़ को दौड़ने के लिए उसी प्रकार अपने शरीरों को तैयार करते थे जैसा आज हम करते हैं। परन्तु दौड़ के समय वे अपने कपड़े उतार दिया करते थे ताकि कोई भी चीज़ उनके लिए बाधित न हो। वे अपने शरीरों में बहुत अच्छा तेल भी लगाते थे, उसी प्रकार हमें अच्छी रीति से तैलीय या पवित्र आत्मा से अभिषिक्त होना चाहिए यदि हम अपने दौड़ को जीतने जा रहे है। हमें अपने जीवन से किसी भी ऐसी चीज़ को दूर करने की ज़रूरत है जो उस दौड़ को दौड़ने के लिए हमारे लिए बाधक होगी जो हमारे सामने रखा गया है। एक दौड़ को दौड़ने में बहुत सारी बाधाएँ होती है।
बहुत सारे समर्पण हमें अपने सामर्थ्य का विकास करने से रोके रखेगी। अन्य लोगों को हमें नियन्त्रित करने देना हमारी ताकत का विकास करने देने में रोके रखेगी। न कहना नहीं आना हमें हमारे सामर्थ्य को विकसित करने से रोके रखेगी। किसी और के लक्ष्य या दर्शन में आवश्यकता से अधिक शामिल होना या किसी और की समस्या में हमें अपने आपको फँसा लेने के बजाए कि हम अपनी आँखों को अपने लक्ष्य पे लगाएँ। हमारे सामर्थ्य को पूरा करने में रोक के रखेगी।
यदि हम वह करने जा रहे हैं जो परमेश्वर ने हमें करने के लिए बुलाया है तो हम ध्यान लगाए रहने जा रहे हैं। क्योंकि संसार जिसमें हम रहते हैं वह विपत्तियों और बाधाओं से भरा हुआ है। हम बाइबल पढ़ने का प्रयास करते हैं परन्तु कोई हमें रोक देता हैं। हम प्रार्थना करने का प्रयास करते हैं और फोन की घण्टी बज उठती है। बाधा के ऊपर बाधा आती है जल्दि या बाद में हमें न कहना सीखना है। हमें दृढ़ निर्णय लेना है कि हमारे लिए परमेश्वर की योजना और उद्देश्य को पूरा करने से कोई भी बाधित नहीं करने जा रहा है।