
यीशु ने उससे कहा, “क्या मैं ने तुझ से नहीं कहा था कि यदि तू विश्वास करेगी, तो परमेश्वर की महिमा को देखेगी।” – यूहन्ना 11:40
क्या आपको यीशु का मरियम और मार्था के पास उनके भाई लाजर की मृत्य के चार दिन बाद जाना याद है? जब वह अंत वहां पहुँचा, मार्था ने कहा, हे प्रभु, यदि तू यहां होता तो मेरा भाई कदापि ना मरता (यूहन्ना 11:21)।
मार्था निश्चय निराशा की एक स्थिति में थी। तब यीशु ने उससे कहा, तेरा भाई जी उठेगा। मार्था ने जवाब दिया, मैं जानती हूँ कि अन्तिम दिन में पुनरूत्थान के समय वह जी उठेगा (आयतें 23-24)। मैं नहीं सोचती कि वह असल में समझी जो यीशु कह रहा था। वह भविष्य की एक संभावना में देख रही थी, वर्तमान की असलियत में नहीं। उसने सचमुच परिस्थिति के बदलने की उम्मीद नहीं की थी।
हम में से बहुते मार्था जैसे है, हमारी परेशानियों में फँसे हुए, यह नहीं पहचानते कि परमेश्वर हालात बदल सकता है। पर यीशु ने लाजर को मुर्दो में से जिलाया, और वह आपके जीवन में भी “लाजर” को जिला सकता है, चाहे कि आपको एक संबंध बहाल करने में उसकी जरूरत हो सकती, आपको आपकी सेहत या अर्थ प्रबन्ध में एक बेदारी चाहिए, या एक रूकावट को हटाना है जो आपके जीवन को उसकी इच्छा में आगे बढ़ने से रोक रही है। चाहे आपकी आवश्यक्ता कोई भी क्यों ना हो, सभी बातें परमेश्वर के लिए संभव है! (देखो मरकुस 10:27)।
आशा मत गवाएं। हो सकता अभी आप दुखी हो, पर हर तबाही के बाद, परमेश्वर एक नए आरम्भ को ला सकता है। परमेश्वर में विश्वास करें, और आपके जीवन में उसे महिमा दिखाते हुए देखें।
आरंभक प्रार्थना
प्रभु, मैं जानती हूँ कि आप मेरे जीवन में आपकी महिमा के लिए प्रत्येक स्थिति में कार्य कर सकते है। मेरी समस्याओं में फँसने की बजाए मैं मेरे जीवन में “लाजर” को जीवित करने के लिए आप पर भरोसा करती हूँ।