परमेश्वर के प्रेम और मसीह के धीरज की ओर प्रभु तुम्हारे मन की अगुवाई करे। – 2 थिस्सलुनीकियों 3:5
अपने जीवन की एक जूते के तसमों की उलझी हुई गाँठो की तरह कल्पना करें, जिसमें हर तसमा अलग रंग का है। प्रत्येक गाँठ एक समस्या का प्रतिनिध करती है, और उन गाँठो को खोलने और उन समस्याओं को ठीक करने की प्रक्रिया के लिए काफी समय और प्रयास लगेगा। इन गाँठो को बाँधने के लिए एक समय लगा था, और उन्हें खोलने के लिए भी काफी समय लगेगा।
हमारे आधुनिक, झटपट समाज में, हम एक बात से दूसरी की तरफ छलांग लगाने का रूझान रखते है, पर परमेश्वर कभी भी जल्दबाजी में नहीं होता है। वह कभी भी हिम्मत नहीं हारता या धैर्य नहीं खोता है। वह एक बात के लिए हमारे साथ हल करेगा, और फिर वह कुछ देर हमें आराम करने देगा, पर ज्यादा देर तक नहीं। शीघ्र ही वह वापस आएगा और किसी और बात पर कार्य करना आरम्भ करेगा। वह तब तक जारी रखेगा जब तक एक-एक करके हमारी सभी गाँठें खुल नहीं जाती है।
यदि ऐसा प्रतीत होता कि हम कोई उन्नति नहीं कर रहे है, तो यह इसलिए क्योंकि परमेश्वर एक-एक करके आपकी गाँठ को खोल रहा है। उसके धैर्य को अपने अन्दर विकसित होने दें, और शीघ्र या बाद में, आप आपके जीवन में जय को देखेंगे और उस आजादी का अनुभव करेंगे जिसे आप लम्बे समय से चाहते थे।
आरंभक प्रार्थना
परमेश्वर, मैं बहुत प्रसन्न हूँ कि आप मेरे जीवन की सभी गाँठो को खोल सकते और इसे सीधा बना सकते है। जब आप मेरे जीवन में कार्य करना जारी रखते तो धैर्य और दृढ़ता को विकसित करने में मेरी सहायता करें।