“जो कोई जीवन की इच्छा रखता है, और अच्छे दिन देखना चाहता है, वह अपनी जीभ को बुराई से, और अपने होंठो को छल की बातें करने से रोके रहे। -1 पतरस 3:10
अगर आप जो शब्द आप बोलते है उसकी शक्ति को समझ सकते है, तो यह आपके जीवन कि दिशा को बदल सकता है! आपका मुँह एक शक्तिशाली औजार है, या तो परमेश्वर के लिए या दुश्मन के लिए। दूसरे शब्दों में, आप या तो सकारात्मक, खुशी देने वाली, उत्साहित करने वाली, बातों को आपके जीवन के अस्तित्व में कह सकते है या नकारात्मक, उदास करने वाली और निराश करने वाली बातों को कह सकते है।
अब, मैं यह विश्वास नहीं करती कि हम में से कोई शैतान का मुँह होना चाहता है। पर सच्चाई यह है, मुँह आशीष या विनाश के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, आपके ही जीवनों में नहीं पर अन्यों के जीवनों में भी। मैंने मेरे अपने जीवन में भी इसे देखा है। एक समय था जब मैंने जो कुछ भी कहा वह सब नकारात्मक था।
पर पवित्र आत्मा ने मुझे सिखाया कि कैसे परमेश्वर के वचन की क्रियाशील शक्ति का इस्तेमाल करना है। मैंने मेरे जीवन में पहाड़ों के बारे बोलने की बजाए पहाड़ों को कैसे बोलना है यह सीखा है। मेरा अर्थ यह है, मैंने उसके वचन को मेरी परिस्थितियों में लागू करना सीखा है, और समय के साथ, मैंने सकारात्मक और अनन्त परिणामों को देखना आरम्भ किया।
मुँह एक कलम के समान है और आपका दिल कापी के समान है। जब आप बार-बार कुछ बोलते है, तो यह आपके अन्दर बस जाता और आप यही बन जाते है। यह कुछ वह नहीं जो आपको अब करने का प्रयास करना है, यह अपने आप होता है।
मैं दुश्मन की बजाए परमेश्वर के लिए मुँह बनूँगी। मैं उसकी सच्चाई को बोलना और जीवन का आनन्द लेना चाहती हूँ।
पहला पतरस 3:10 कहता है, जो कोई जीवन की इच्छा रखता और अच्छे दिन देखना चाहता…वह अपनी जीभ को बुराई से और अपने होंठों को छल की बातें करने से रोके रहे। क्या आप जीवन का आनन्द लेना चाहते है? तो अपने मुँह को आपके जीवन में परमेश्वर की बातें बोलने के लिए इस्तेमाल करें!
आरंभक प्रार्थना
प्रभु, मैं जानती हूँ कि मेरा मुँह एक शक्तिशाली औजार है जो कि आपके लिए या दुश्मन के लिए इस्तेमाल हो सकता है। मैं अपना मुँह आपको सौंपती हूँ। मुझे दिखाएं कि कैसे आपकी सच्चाई को मेरे जीवन और अन्यों के जीवन में बोलना है।