और भी बहुत से काम हैं, जो यीशु ने किए; यदि वे एक एक करके लिखे जाते, तो मैं समझता हूं, कि पुस्तकें जो लिखी जातीं वे जगत में भी न समातीं। (यूहन्ना 21:25)
परमेश्वर के पास बहुत है जो वह अपने बच्चों के ऊपर प्रकट करना चाहता है। अगर हम परमेश्वर से सुनने को हमारे जीवन का एक ढंग बनाना चाहते है, तो जब वह हम से बात करता तो हमें उसका आज्ञाकारी बनना आवश्यक है। हर बार जब हम सुनते और आज्ञा पालन करते है, यह परमेश्वर के दिल और आवाज के प्रति हमारी संवेदनशीलता में वृद्धि करता है।
हमारे पास एक अवसर है जिसे मैं जीवन भर के विद्यार्थी होना कहती हूं। मैं मेरे जीवन के हर दिन सीखने की चाह रखती हूं। परमेश्वर से सुनने और आत्मा के द्वारा अगुवाई किए जाने की आवश्यकता है। पवित्र आत्मा के पास आज और हर दिन आपको सीखाने के लिए कुछ होता है। केवल बाइबल को पढ़ कर यह मत महसूस करें कि आपने आज के दिन के फर्ज को पूरा कर लिया है, पर कुछ जो आप नहीं जानते उसको सीखने की एक इच्छा के साथ इसे पढ़ें।
पवित्र आत्मा हमारा शिक्षक है और मैं विश्वास करती हूं कि उसके पास हम सब के लिए हर दिन कुछ विशेष होता है अगर हम दिलों को खोलते और उसकी सुनते है। आपके दिल की पुकार यह होनी चाहिए, “परमेश्वर, मैं और ज्यादा आपके और आपके मार्गों के बारे में सीखना चाहती हूं और मैं उत्सुकता के साथ आपकी आज्ञा पालन करना चाहती हूं।”
आज आप के लिए परमेश्वर का वचनः आप हर समय मसीह में सीख रहे और बढ़ रहे होते है। देखें कि आप कहां तक आ गए है, केवल यही नहीं कि आपको कहां तक अभी जाना है।