यीशु ने फिर उनसे कहा, तुम्हें शान्ति मिले; जैसे पिता ने मुझे भेजा है, वैसे ही मैं भी तुम्हें भेजता हूं। – यूहन्ना 20:22
परमेश्वर चाहता है कि हम क्षमा के हृदयों के साथ जीवन व्यतीत करें। हम सब को परमेश्वर की आज्ञा पालन करने और किसी भी नराजगी को, छोटी से लेकर बड़ी तक को क्षमा करने को इच्छुक होना चुनना है, चाहे शैतान हमारे विचारों को कितनी भी कड़वाहट के जहर के साथ भरने की कोशिश क्यों ना करें। यह अक्सर करने से कहना ज्यादा आसान होता है, पर परमेश्वर नहीं चाहता कि आप इसे अपने आप करें।
आप पवित्र आत्मा की शक्ति के बिना क्षमा नहीं कर सकते। यह स्वयं करना मुश्किल है, पर अगर आप सचमुच इच्छुक है, वह आपकी सहायता करने के लिए पवित्र आत्मा को भेजेगा। आपको केवल स्वयं को नम्र करने और सहायता के लिए उसे पुकारने के इच्छुक होना है।
यूहन्ना 20:22 में, यीशु ने अपने शिष्यों में श्वास फूँका और कहा, “पवित्र आत्मा लो!” उसका अगला निर्देश लोगों को क्षमा करने के बारे में है।
वह आपसे भी वही बात कह रहा है। वह आपको पवित्र आत्मा के साथ भरना चाहता और आपको क्षमा करने के योग्य बनाना चाहता है, पर आपको माँगना और उससे प्राप्त करना है। अगर आप इच्छुक है, तो परमेश्वर आपके दिल में किसी भी कड़वाहट और नामाफी से छुटकारा पाने की आपको सामर्थ्य दे सकता है।
पवित्र आत्मा का श्वास आपके अन्दर फूँकने के लिए परमेश्वर को कहें ताकि आप उनको क्षमा कर सकें जिन्होंने आपको आहत किया है।
आरंभक प्रार्थना
परमेश्वर, मैं इच्छुक हूँ। मुझ में श्वास फूँक और अपने आत्मा से मुझे भर। मैं पवित्र आत्मा की योग्य बनाने और क्षमा करने वाली शक्ति को प्राप्त करना चुनती हूँ।