“पवित्र बीज”

स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया; कि पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, और परमप्रधान की सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगी [एक चमकते बादल के समान] इसिलए वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा। (लूका 1:35)

कुँवारी मरियम पवित्र आत्मा के कार्य के द्वारा गर्भवती हुई थी, जो उस पर उतरा और, आज के वचन अनुसार, उसकी कोख में “पवित्र बीज” को रखा। उसकी कोख में वो बीज परमेश्वर के पुत्र और मनुष्य का पुत्र करके बढ़ा हुआ है, जिसने अवश्य उनके पापों से अपने लोगों को छुड़ाया था।

जब हम नया जन्म पाते है, एक वैसी ही शक्ति हमारे अन्दर आ जाती है। “पवित्र उत्पन्न होने वाला,” पवित्रता का आत्मा हमारे अन्दर एक बीज की तरह स्थापित हो जाता है। जब हम इस बीज को परमेश्वर के वचन के साथ सींचते और “संसारिकता की जंगली घास” को इसे दबाने से बचाए रखते है, तब यह एक बड़े धार्मिकता के पेड़ में वृद्धि करेगा, “यहोवा के लगाए हुए, जिससे कि उसकी महिमा प्रकट हो” (भजन संहिता 61:3)।

परमेश्वर का वचन पवित्रता की खोज करना सीखाता है (देखें इब्रानियों 12:14)। जब हम अपने हृदय इस खोज में लगाते है, तब पवित्रता का आत्मा हमारी सहायता करता है। अगर हम पवित्र होना चाहते है, तो हमें पवित्रता के साथ भरने की और उसे हमारे साथ बात करने, हमें सुधारने, हमारा मार्गदर्शन करने, और हमारे जीवनों के प्रत्येक क्षेत्र में हमारी सहायता करने की अनुमति देने की आवश्यकता है।

कभी मत भूलें कि “पवित्र बीज” आपके अन्दर रहता है। उस बीज को परमेश्वर के वचन के साथ सीचें और पवित्र आत्मा को आपके साथ बोलने और कैसे इसकी वृद्धि करना को सीखाने में सहायता करने दें।


आज आप के लिए परमेश्वर का वचनः पवित्र आत्मा आपका करीबी साथी होना चाहता है जब वह पवित्रता में आपको सीखाता और शिक्षा देता है।

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